Success Story: UPSC सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। हर साल लाखों उम्मीदवार इसमें भाग लेते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही इस परीक्षा को पहले ही प्रयास में पास कर पाते हैं। ऐसे में एक नाम जो देशभर के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया है, IAS अंसार शेख अहमद।
अंसार शेख भारत के सबसे युवा IAS अधिकारी बने, जब उन्होंने महज 21 वर्ष की उम्र में साल 2015 में अपने पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास कर ली। वे महाराष्ट्र के जालना जिले के मराठवाड़ा क्षेत्र के छोटे से गांव शेल से आते हैं। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
अंसार का परिवार बेहद गरीब था। उनके पिता यूनुस शेख अहमद एक ऑटो रिक्शा चालक हैं और उनकी मां खेतों में मजदूरी करती थीं। आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि अंसार के छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी ताकि वह अंसार की मदद कर सके और उनके सपनों को पूरा करने में योगदान दे सके।
अंसार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जालना से प्राप्त की और बाद में पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में स्नातक किया। यहीं से उन्होंने अपने UPSC की तैयारी शुरू की। पढ़ाई के दौरान उन्हें भाषा की भी चुनौती थी, क्योंकि उनकी स्कूली शिक्षा मराठी माध्यम में हुई थी, जबकि यूपीएससी की तैयारी इंग्लिश माध्यम में करनी होती है। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत की।
उन्होंने बताया कि वे प्रतिदिन 12 से 14 घंटे तक पढ़ाई किया करते थे और किसी भी परिस्थिति में फोकस नहीं खोया। संसाधनों की कमी के बावजूद अंसार ने कभी शिकायत नहीं की। उन्होंने पुणे के एक कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया, जहाँ उन्हें शिक्षकों और साथियों से भरपूर मार्गदर्शन मिला।
अंसार शेख ने साल 2015 की UPSC परीक्षा में AIR (All India Rank) 361 प्राप्त की और IAS बनने का सपना साकार किया। यह न केवल उनकी मेहनत का फल था, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए एक संदेश था जो कठिन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।
आज अंसार शेख एक सफल IAS अधिकारी हैं और देश की सेवा कर रहे हैं। वे युवाओं को प्रेरित करने के लिए सेमिनारों और भाषणों में हिस्सा लेते हैं। उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को कभी नहीं भुलाया और हमेशा विनम्रता और सेवा भाव को प्राथमिकता दी है। उनकी कहानी देशभर के उन युवाओं के लिए एक मिसाल है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं। अंसार यह साबित कर चुके हैं कि हालात चाहे जैसे भी हों, मेहनत और दृढ़ संकल्प से सब कुछ संभव है।