Ramayan: हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे, जिसे पढ़कर आप किसी और समय में पहुंच जाएंगे. वैसे तो आज तक छोटे और बड़े पर्दों पर न जाने कितने ही अभिनेताओं ने हनुमान जी का किरदार निभाया है, मगर यदि दिल से कहा जाए तो रामानंद सागर द्वारा निर्मित ‘रामायण’ में जिस तरह हनुमान जी का किरदार दिग्गज अभिनेता और पहलवान दारा सिंह जी ने निभाया, उसका मुकाबला आज तक कोई नहीं कर पाया.
आज भी जब दारा सिंह जी का जिक्र होता है तो लोगों को उनके द्वारा किए गए भगवान् हनुमान के रोल की याद आ ही जाती है. लोगों ने इस रोल में दारा सिंह जी को खूब पसंद किया था और आज तक उनका उदाहरण देते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि एक समय ऐसा भी था जब दारा सिंह जी इस बात को लेकर असमंजस में थे कि उन्हें यह रोल करना भी चाहिए या नहीं.
इसकी वजहें वैसे तो कई थीं मगर एक जो मुख्य वजह थी वो यह कि इस रोल के ऑफर को स्वीकार करने से पहले दारा सिंह जी की आयु काफी ज्यादा हो चली थी और उन्हें ऐसा लगता था कि शायद वो इस रोल के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे. दारा सिंह जी को यह भी डर था कि यदि उन्होंने भगवान हनुमान का रोल किया तो लोग उन पर हसेंगे. उनका मजाक उडाएंगे. यही वजह थी कि वह इस रोल को करने से बचना चाहते थे.
यह खुलासा कुछ समय पहले उनके बेटे बिंदु दारा सिंह ने की है. लेकिन रामायण के निर्देशक और निर्माता रामानंद सागर ने पहले ही हनुमान जी के रोल में दारा सिंह को मन ही मन चुन लिया था और उनके अलावा किसी और अभिनेता को इस रोल में नहीं लेना चाहते थे. इधर एक दिन बिंदु दारा सिंह ने अपने पिता से कहा कि “पापा, मैंने सपने में आपको हनुमान जी के रोल में देखा”. बस फिर क्या था. बेटे की इक्षा और रामानंद सागर की जिद के आगे दारा सिंह जी को घुटने टेकने ही पड़े. फिर उन्होंने इस रोल को इस तरह से निभाया कि अमर हो गए.
आज भी जब कभी स्क्रीन पर हनुमान जी के रोल का जिक्र होता है तो लोगों के मन में पहली छवि दारा सिंह जी की ही आती है. इस बात की काफी संभावना है कि भविष्य में भी कई ऐसे प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाएगा जिसमें कई अलग-अलग अभिनेता भगवान हनुमान का रोल निभाते देखे जाएंगे. मगर इस बात को लेकर निश्चिंत रहिए कि जो अभिनय दारा सिंह जी ने किया और जितने लोगों का प्यार उन्हें मिला है, उसका मुकाबला संभवतः कोई अन्य कलाकार नहीं कर पाएगा.