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mobile security: पिन, फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक, आपके फोन के लिए कौन है सबसे सुरक्षित?

mobile security: आज का स्मार्टफोन सिर्फ कॉलिंग डिवाइस नहीं, बल्कि आपका डिजिटल वॉलेट, पहचान पत्र और निजी दस्तावेज़ों की तिजोरी बन चुका है। ऐसे में सवाल उठता है — आपके फोन की सुरक्षा की चाबी किसके हाथ होनी चाहिए? फिंगरप्रिंट, फेस अनलॉक या फिर पिन?

फिंगरप्रिंट सेंसर: जल्दी, लेकिन भरोसेमंद नहीं!

बहुत से लोग फिंगरप्रिंट सेंसर का इस्तेमाल इसलिए करते हैं क्योंकि इससे फोन कुछ सेकेंड में ही अनलॉक हो जाता है। हालांकि, सिक्योरिटी के लिहाज़ से यह उतना भरोसेमंद नहीं है। आपके उंगलियों के निशान यूनिक होते हैं, लेकिन जब आप सो रहे हों तो कोई भी आपकी उंगली का इस्तेमाल कर फोन अनलॉक कर सकता है।

फेस अनलॉक: टेक्नोलॉजी बढ़िया, लेकिन रिस्क अब भी है

फेस अनलॉक फीचर अब लगभग हर फोन में मौजूद है, लेकिन अगर यह केवल 2D फेशियल रिकग्निशन पर आधारित है, तो कोई आपकी फोटो या वीडियो से भी फोन अनलॉक कर सकता है। हालांकि, iPhone जैसे फोन में मौजूद 3D स्कैनिंग तकनीक इसे थोड़ा ज्यादा सुरक्षित बनाती है।

 पिन कोड: पुराना तरीका, लेकिन सबसे मजबूत सुरक्षा!

फेस और फिंगरप्रिंट की तुलना में पिन कोड सबसे ज्यादा सिक्योर माना जाता है। इसका कारण है कि इसे चोरी करना आसान नहीं होता और  न कोई आपकी उंगली टीप चाहिए, न चेहरा। अगर आप 6 या उससे ज्यादा डिजिट का पिन कोड रखते हैं, जिसमें नंबर, अक्षर, और सिंबल शामिल हों — तो आपका डेटा सुरक्षित रहेगा।

 तो कौन है सबसे बेहतर?

आप सिर्फ फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक पर निर्भर न रहें। सबसे अच्छा तरीका है कि कॉम्प्लेक्स पिन या पासवर्ड के साथ बायोमैट्रिक लॉक का संयोजन कर लगाए। यानी एक मल्टी-लेयर सिक्योरिटी, जो आपके डेटा को साइबर खतरों से दूर रखे। पिन में कैपिटल लेटर, स्मॉल लेटर, नंबर्स और सिंबल शामिल करें हर 2-3 महीने में पासवर्ड बदलें फिंगरप्रिंट और फेस अनलॉक को सिर्फ सेकेंडरी ऑप्शन की तरह इस्तेमाल करें