Team India: इंग्लैंड के खिलाफ चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया है। पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज में भारत ने अब तक कुल 422 चौके और 48 छक्के सहित कुल 470 बाउंड्री लगाकर ऑस्ट्रेलिया के 1993 के एशेज सीरीज के 460 बाउंड्री (451 चौके, 9 छक्के) के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। यह पहला मौका है जब भारतीय टीम ने किसी टेस्ट सीरीज में 400 से अधिक बाउंड्री लगाई हैं। इससे पहले 1964 में भारत ने एक टेस्ट सीरीज में 384 बाउंड्री बनाई थीं।
इस सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। भारत के 12 बल्लेबाजों ने इस सीरीज में शतक बनाए हैं जो टेस्ट क्रिकेट में एक दुर्लभ कारनामा है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका की टीमें ही किसी टेस्ट सीरीज में 12 बल्लेबाजों द्वारा शतक बनाने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं। इससे पहले 1978-79 में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के 11 बल्लेबाजों ने शतक बनाए थे, लेकिन इस बार यह आंकड़ा 12 तक पहुंच गया।
इसके अलावा इस सीरीज में शुभमन गिल ने कप्तान के तौर पर 743 रन बनाकर सुनील गावस्कर (1979-80 में 470 रन) का रिकॉर्ड तोड़ा है। वह किसी टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। यशस्वी जायसवाल ने भी इस सीरीज में दो शतक बनाए, जिसमें ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में 118 रन शामिल हैं। साथ ही रवींद्र जडेजा ने 516 रन बनाकर नंबर-6 या नीचे बल्लेबाजी करते हुए वीवीएस लक्ष्मण (2002 में 474 रन) का रिकॉर्ड तोड़ा है और गैरी सोबर्स के साथ 50+ स्कोर का रिकॉर्ड साझा किया है।
बताते चलें कि लंदन के ओवल में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट के तीसरे दिन भारत ने इंग्लैंड के सामने 374 रनों का लक्ष्य रखा था। भारत ने पहली पारी में 224 और दूसरी पारी में 396 रन बनाए। यशस्वी जायसवाल ने 118 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली, जबकि नाइटवॉचमैन आकाश दीप ने 66 रन बनाए। रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने 53-53 रनों का योगदान दिया। इंग्लैंड ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 1 विकेट खोकर 50 रन बना लिए हैं, जिसमें बेन डकेट 34 रन पर नाबाद हैं। इंग्लैंड को जीत के लिए 324 रनों की जरूरत है, जबकि भारत को सीरीज बराबर करने के लिए 9 विकेट चाहिए।