Suhas Shetty: 1 मई 2025 की रात मंगलुरु शहर एक दिल दहलाने वाली घटना का गवाह बना, जब हिंदूवादी संगठनों से जुड़े सुहास शेट्टी की अज्ञात हमलावरों ने बेरहमी से हत्या कर दी। रात करीब 8:30 बजे बजपे के किन्नीपदवु क्षेत्र में शेट्टी अपने पांच साथियों के साथ गाड़ी में जा रहे थे, तभी दो वाहनों में सवार हमलावरों ने उनकी गाड़ी को रोका और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल शेट्टी को एजे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई। इस घटना ने शहर में सांप्रदायिक तनाव को हवा दी, जिसके बाद बजरंग दल ने शुक्रवार को बंद बुलाया और प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी।
सुहास शेट्टी का आपराधिक इतिहास भी इस मामले को जरा पेंचीदा बना देता है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, शेट्टी पर मारपीट और गैरकानूनी जमावड़े जैसे कई मामले दर्ज थे। वह 2022 में मोहम्मद फाजिल हत्या मामले में मुख्य आरोपी थे, जिसे बीजेपी युवा नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के प्रतिशोध के रूप में देखा गया था। उस समय शेट्टी जमानत पर रिहा थे। मंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल ने बताया कि हमलावरों ने एक SUV और एक पिकअप ट्रक का इस्तेमाल किया। हमले में शेट्टी के दो साथी भी घायल हुए हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर चार विशेष जांच टीमें गठित की हैं।
इधर बजरंग दल के बंद के आह्वान ने शुक्रवार को दक्षिण कन्नड़ जिले में तनाव बढ़ा दिया। दुकानें बंद रहीं, निजी बसें और ऑटोरिक्शा सड़कों से गायब रहे। कुछ इलाकों में बसों पर पथराव की छिटपुट घटनाएं भी सामने आईं, जिससे पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने में थोड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। बजरंग दल के नेताओं ने इस हत्या को “सुनियोजित साजिश” करार दिया और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस बीच, प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत 2 मई सुबह 6 बजे से 6 मई सुबह तक धारा 144 लागू की है, जो सभाओं और हथियार ले जाने पर रोक लगाती है।
कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने इस निर्मम हत्या की निंदा करते हुए कहा कि "सरकार सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।" उन्होंने बताया कि पुलिस ने कुछ संदिग्धों की पहचान कर ली है और जल्द ही गिरफ्तारी की उम्मीद है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आर. हितेंद्र मंगलुरु पहुंचे और स्थिति की समीक्षा की। पुलिस कमिश्नर अग्रवाल ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि जांच तेजी से चल रही है। इस बात में कोई शक नहीं कि सुहास शेट्टी की हत्या ने मंगलुरु के पहले से संवेदनशील सांप्रदायिक माहौल को और गरमा दिया है।