कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस एयरस्ट्राइक को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व संयुक्त राष्ट्र राजनयिक शशि थरूर ने भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों की जमकर तारीफ की है।
थरूर ने कहा कि यह कार्रवाई बहुत ही "सोची-समझी और रणनीतिक" थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हमला आत्मरक्षा में किया गया है और इसका उद्देश्य आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देना है। थरूर ने कहा, "भारतीय सेना ने जिस तरह से ऑपरेशन को अंजाम दिया, वह काबिले तारीफ है। सेना ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और आम नागरिकों को नुकसान से बचाया गया।"
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय सेना ने कम से कम 9 आतंकी लॉन्च पैड्स और ट्रेनिंग कैंप तबाह कर दिए हैं। इनमें लश्कर के मुरादके कैंप, अब्बास कैंप, सरजल, बरनाला और महमूना जोया जैसे महत्वपूर्ण ठिकाने शामिल हैं। थरूर के मुताबिक, सेना ने यह ऑपरेशन पूरी समझदारी और सूझबूझ से किया, जिससे न केवल आतंकियों को बड़ा झटका लगा, बल्कि पाकिस्तान को भी साफ संदेश मिला।
थरूर ने कहा कि "पाकिस्तान से निकट भविष्य में किसी भी प्रकार की बातचीत की संभावना नहीं है। उसे समझना होगा कि भारत अब अपने खिलाफ किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं करेगा।" उन्होंने यह भी जोड़ते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत के सामने चार दिन भी नहीं टिक सकता, उसे अब शांति और समझदारी दिखानी चाहिए।
जहां विपक्ष अक्सर सरकार की रणनीतियों की आलोचना करता है, वहीं थरूर जैसे वरिष्ठ नेता का यह बयान सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। उनका कहना है कि यह समय राजनीति करने का नहीं, बल्कि देश के साथ खड़े होने का है।