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Simala Prasad IPS: पिता रहे IAS और सांसद, बेटी पहले प्रयास में बनी IPS; अब बॉलीवुड में मनवा रहीं प्रतिभा का लोहा

Simala Prasad IPS: इस बात को सभी मानते हैं कि पहली ही बार में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करना किसी बड़े कारनामे से कम नहीं है, लेकिन मध्य प्रदेश की IPS अधिकारी सिमाला प्रसाद ने यह कमाल बिना कोचिंग के ही कर दिखाया था। 2010 में AIR 51 हासिल कर IPS बनीं सिमाला की कहानी केवल प्रशासनिक सफलता तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने बॉलीवुड में अभिनय कर ग्लैमर की दुनिया में भी अपनी छाप छोड़ी है और अब एक नई फिल्म में ‘सुपरकॉप’ की भूमिका निभाने जा रही हैं। भोपाल की इस बेटी ने पुलिस की वर्दी से लेकर सिल्वर स्क्रीन तक का सफर बखूबी तय किया है।

8 अक्टूबर 1980 को भोपाल में जन्मीं सिमाला प्रसाद एक पढ़े-लिखे और सम्मानित परिवार से आती हैं। उनके पिता डॉ. भागीरथ प्रसाद 1975 बैच के IAS अधिकारी रहे हैं, जो दो विश्वविद्यालयों के कुलपति और 2014-2019 तक मध्य प्रदेश के भिंड से लोकसभा सांसद भी थे। उनकी मां मेहरुन्निसा परवेज एक प्रख्यात साहित्यकार हैं, जिन्हें 2005 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। सिमाला ने बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी, भोपाल से बीकॉम और समाजशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया, जहां वे गोल्ड मेडलिस्ट रहीं।

बताते चलें कि सिमाला ने पढ़ाई के दौरान ही सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने पहले मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की परीक्षा पास की और डीएसपी के रूप में सेवा शुरू की। लेकिन उनका लक्ष्य यूपीएससी था। बिना किसी कोचिंग के, कड़ी मेहनत और अनुशासन के दम पर उन्होंने 2010 में पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया और IPS अधिकारी बनीं। वर्तमान में वे मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं।

सिमाला का रुझान बचपन से कला और संस्कृति की ओर था। उनकी सादगी और खूबसूरती ने फिल्म निर्देशक जैगम इमाम का ध्यान खींचा, जिन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें अपनी फिल्म ‘अलिफ’ (2017) के लिए ऑफर दिया। सिमाला ने इस मौके को स्वीकार किया और अपनी पहली फिल्म में शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद 2019 में फिल्म ‘नक्काश’ में उन्होंने कुमुद मिश्रा और शारिब हाशमी जैसे दिग्गजों के साथ काम किया। उनकी स्क्रीन प्रेजेंस में सादगी और गहराई ने उन्हें अलग पहचान दिलाई।

सिमाला अब अपनी तीसरी फिल्म ‘द नर्मदा स्टोरी’ में नजर आएंगी, जो एक सच्ची घटना पर आधारित पुलिस ड्रामा है। इस फिल्म में वे एक जांच अधिकारी की मुख्य भूमिका निभा रही हैं। जैगम इमाम के निर्देशन में बनी इस सस्पेंस थ्रिलर में रघुबीर यादव, मुकेश तिवारी और अंजलि पाटिल जैसे कलाकार भी शामिल हैं। फिल्म की शूटिंग मध्य प्रदेश में हुई है और इसमें पुलिस बल के वास्तविक अनुभवों को दर्शाया गया है।

सिमाला केवल एक IPS अधिकारी या अभिनेत्री तक ही सीमित नहीं हैं। वे सरकारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी नृत्य और कला के माध्यम से अपनी रचनात्मकता दिखलाती हैं। वे मानती हैं कि एक व्यक्ति को एक पहचान तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। एक पुलिस अधिकारी के रूप में वे अपराधियों से निपटती हैं, तो एक कलाकार के रूप में सिनेमा और संस्कृति के जरिए समाज से भी जुड़ती हैं। सिमाला कहती हैं कि पुलिस सेवा और अभिनय दोनों में ही संवेदनशीलता और इंसानियत की जरूरत होती है।