Shubman Gill: भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है और इसकी कमान 25 वर्षीय शुभमन गिल के हाथों में सौंपी गई है। रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गिल को भारत का 37वां टेस्ट कप्तान बनाया गया है और वह 20 जून से शुरू होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम का नेतृत्व करेंगे। इस बीच, नए कप्तान ने खुलासा किया है कि कोच गौतम गंभीर और चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर ने उनसे किस प्रकार की उम्मीदें रखी हैं।
पूर्व क्रिकेटर दिनेश कार्तिक के साथ इस बारे में बातचीत करते हुए गिल ने बताया कि गंभीर और अगरकर ने उनसे कोई अवास्तविक अपेक्षाएं नहीं रखी हैं। गिल ने कहा कि "मैंने गौती भाई और अजीत भाई से कई बार इस बारे में बात की है। वे बस यही चाहते हैं कि मैं एक लीडर के तौर पर खुद को अभिव्यक्त कर सकूं। उन्होंने मुझसे कहा है कि 'कोई एक्सपेक्टेशन नहीं हैं।' वे मुझसे ऐसा कुछ करने की उम्मीद नहीं करते जो मेरी क्षमता से बाहर हो।"
गिल की कप्तानी की शुरुआत ऐसे समय में हो रही है जब भारतीय टीम में बड़े बदलाव से गुजर रही है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की अनुपस्थिति में गिल के सामने इंग्लैंड में सीरीज जीतने की चुनौती है, जहां भारत ने आखिरी बार 2007 में ही जीत हासिल की थी। गंभीर और अगरकर का यह रुख गिल को आत्मविश्वास देता है कि वह अपनी शैली में नेतृत्व करें और युवा खिलाड़ियों से भरी इस टीम को नई दिशा दे सकें। बीसीसीआई ने भी गिल को लंबे समय के लिए कप्तान के रूप में तैयार करने की बात तक कही है।
गिल का लक्ष्य न केवल जीत हासिल करना है, बल्कि टीम में एक ऐसी कल्चर को बनाना भी है जहां खिलाड़ी सुरक्षित और प्रेरित महसूस करें। उन्होंने इस बारे में कहा है कि "ट्रॉफी जीतने के अलावा, मेरा लक्ष्य एक ऐसी संस्कृति बनाना है जहां सभी खिलाड़ी सहज और खुश रहें और खुद को किसी दवाब में महसूस न करें।" आपको बता दें कि जैसे-जैसे इंग्लैंड सीरीज नजदीक आ रही है, गिल की कप्तानी और उनके नेतृत्व में भारतीय टीम का प्रदर्शन क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक उत्सुकता का विषय बनता जा रहा है।