Shashi Tharoor in multi Party Delegation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की आतंकवाद में भूमिका को उजागर करने के लिए एक बड़ी कूटनीतिक योजना शुरू की है। इस योजना के तहत विपक्ष के कई वरिष्ठ सांसदों को शामिल करते हुए एक मल्टी-पार्टी डेलीगेशन (बहु-पार्टी प्रतिनिधिमंडल) विदेश भेजा जाएगा। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर का नाम शामिल किए जाने की खबर पर केरल कांग्रेस ने स्वागत किया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह डेलीगेशन 22 से 23 मई से शुरू होकर लगभग 10 दिन तक चलेगा, जिसमें 40 सांसदों को सात क्षेत्रीय समूहों में बांटा जाएगा। ये समूह पांच अलग-अलग देशों का दौरा कर वहां पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क और भारत के दृष्टिकोण को वैश्विक मंच पर मजबूती से पेश करेंगे।
शशि थरूर को लेकर कांग्रेस का समर्थन
केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर शशि थरूर के नाम की सराहना की। उन्होंने लिखा कि देश को एक सम्मानित और विश्वासनीय प्रतिनिधि की आवश्यकता है। शशि थरूर वैश्विक स्तर पर भारत की बात मजबूती से रखने में सक्षम हैं। हम भाजपा में प्रतिभा की कमी को स्वीकार करते हैं और एक योग्य कांग्रेसी नेता को चुनने के लिए सरकार की सराहना करते हैं।
अन्य विपक्षी सांसद भी होंगे शामिल
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बहुपक्षीय कूटनीतिक पहल में जिन नेताओं से संपर्क किया गया है, उनमें कांग्रेस के मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद के नाम शामिल हैं। बीजेपी से अनुराग ठाकुर और अपराजिता सारंगी, टीएमसी से सुदीप बंद्योपाध्याय, जेडीयू से संजय झा, बीजेडी से संबित पात्रा, एनसीपी से सुप्रिया सुले, डीएमके से कनिमोझी, सीपीआईएम से जॉन ब्रिटास और एआईएमआईएम से असदुद्दीन ओवैसी को भी डेलीगेशन में शामिल किया जा रहा है।
डेलीगेशन का उद्देश्य
इस प्रतिनिधिमंडल का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क और उसके दोगले रवैये को उजागर करना है। साथ ही, भारत की शांति और सुरक्षा की नीति को वैश्विक सहयोगियों के समक्ष स्पष्ट करना भी इसका मकसद है |