झारखंड के हजारीबाग जिले के कटकमसांडी प्रखंड के कनसार गांव के लिए एक दुखद खबर सामने आई है। कुंभ स्नान और अयोध्या दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की गाड़ी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एक भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना भयानक था कि गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
कनसार गांव के 10 श्रद्धालु 16 फरवरी को प्रयागराज में कुंभ स्नान के लिए रवाना हुए थे। कुंभ में स्नान के बाद वे अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि के दर्शन किए। दर्शन के बाद वे अपने गांव लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में जौनपुर जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र में उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि वाहन तेज रफ्तार में था और अनियंत्रित होकर एक बस से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि गाड़ी डिवाइडर पार कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे मौके पर ही सात लोगों की मौत हो गई।
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान
इस दर्दनाक सड़क दुर्घटना में जिन श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनकी पहचान इस प्रकार की गई है:
कांति देवी (पति शंभू सिंह)
धनवा देवी (पति वंशी यादव)
मतिया देवी (पति खेलावन सिंह)
मुनिया देवी (पति स्व. सोहन यादव)
रंजीत यादव (पिता वंशी यादव)
केशिया देवी (पति गिरधारी यादव)
इस दुर्घटना में धनवा देवी और उनके बेटे रंजीत यादव की एक साथ मौत हो गई, जिससे उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
गांव में पसरा मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इस हृदयविदारक घटना की सूचना मिलते ही कनसार गांव में मातम पसर गया। ग्रामीणों के अनुसार, सोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से उन्हें सूचना मिली कि हजारीबाग नंबर की एक गाड़ी जौनपुर में दुर्घटनाग्रस्त हुई है। इसके बाद जब वाहन की जानकारी जुटाई गई, तो पता चला कि वह कनसार गांव से रवाना हुई थी।
गांव के उप मुखिया ने बताया कि कुछ लोग घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। वहां पहुंचने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि घायलों की स्थिति कैसी है और शवों को गांव लाने की व्यवस्था कैसे होगी।
घायलों का इलाज जारी
इस हादसे में चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी रेफर कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अक्सर होते हैं हादसे, जरूरत है सतर्कता की
कुंभ और धार्मिक यात्राओं के दौरान सड़क हादसों की घटनाएं आम हो गई हैं। श्रद्धालु अक्सर लंबे सफर के कारण थकान में होते हैं, जिससे चालक की लापरवाही या नींद आने से दुर्घटनाएं घट जाती हैं। इस घटना से एक बार फिर यह संदेश मिलता है कि यात्रा के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतनी जरूरी है।