RCBvsCSK: बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 3 मई 2025 को IPL 2025 का 52वां मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला गया। इस रोमांचक मुकाबले में RCB ने CSK को मात्र 2 रन से हरा दिया है। यह RCB की 16 साल बाद एक सीजन में CSK पर दूसरी जीत थी, जिसने उन्हें पॉइंट्स टेबल में 11 मैचों में 16 अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंचा दिया। हालांकि, इस हार के बाद CSK के कप्तान एमएस धोनी पर सवाल उठ रहे हैं, जिन्होंने हार का ठीकरा अपने सिर लेते हुए अपनी बल्लेबाजी रणनीति पर खेद जताया।
RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 213 रन बनाए। जवाब में CSK की टीम 211 के स्कोर तक ही पहुँच सकी। आखिरी गेंद पर CSK को जीत के लिए 4 रन चाहिए थे और यश दयाल ने सिर्फ 1 रन देकर RCB को जीत दिला दी। इस दौरान धोनी 12 रन बनाकर 19वें ओवर में यश दयाल की गेंद पर LBW आउट हो गए। धोनी ने रिव्यू लिया, लेकिन फैसला उनके खिलाफ गया। इससे पहले धोनी ने भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर एक छक्का जड़ा था, जिससे CSK की उम्मीदें जगी थीं। आखिरी ओवर में 15 रन चाहिए थे, लेकिन धोनी के आउट होने के बाद शिवम दुबे ने एक नो-बॉल पर छक्का जरूर मारा, लेकिन वह जीत के लिए काफी नहीं था।
मैच के बाद धोनी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा, "मैं इसका दोष लेता हूं। मुझे कुछ शॉट्स को बाउंड्री में तब्दील करना चाहिए था।" हमेशा की तरह कई विशेषज्ञों का मानना है कि धोनी को अपनी बल्लेबाजी में थोड़ी और आक्रामकता दिखानी चाहिए थी। बता दें कि धोनी ने इस सीजन में अब तक बल्लेबाजी में सीमित योगदान दिया है। चेपक में RCB के खिलाफ उन्होंने 30 रन बनाए थे, लेकिन वह पारी भी CSK को हार से नहीं बचा सकी। हालांकि, CSK की प्लेऑफ की रेस से पहले ही बाहर हो चुकी है तो हार से इस टीम को कोई फर्क नहीं पड़ता मगर स्वाभिमान भी तो कोई चीज होती है।
इधर RCB की जीत के हीरो यश दयाल रहे। इस जीत में उनका आखिरी ओवर निर्णायक रहा। उन्होंने धोनी को LBW आउट करने के बाद आखिरी गेंद पर सिर्फ 1 रन दिया। यह दूसरी बार था जब दयाल ने चिन्नास्वामी में CSK के खिलाफ आखिरी ओवर में जीत दिलाई। इससे पहले 2024 में भी दयाल ने CSK के खिलाफ आखिरी ओवर में शानदार गेंदबाजी की थी।
CSK की तरफ से आयुष म्हात्रे ने 94 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन वह शतक से चूक गए। रविंद्र जडेजा जो 77 पर नाबाद रहे अपनी टीम को जीत तक नहीं पहुंचा पाए। हालांकि उन्होंने अंत तक अपनी शानदार बल्लेबाजी CSK की उम्मीदें जिंदा रखीं, लेकिन आखिरी ओवर में दयाल के सामने वे नाकाम रहे। दूसरी ओर RCB की टीम और फैंस अपनी इस जीत से गदगद हैं। इस बात में कोई शक नहीं कि RCB इस सीजन बाकी के सभी सीजनों से अलग नजर आ रही और हो न हो संभवतः इस बार ट्रॉफी का सूखा जरूर ख़त्म होगा। अगर इस मजबूत टीम के साथ ट्रॉफी पर अबकी बार कब्ज़ा नहीं हो पाता तो फिर कभी नहीं हो सकेगा यह भी लिख लीजिए।"