Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या के राम मंदिर में श्रद्धालु 6 जून से राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए मूर्तियों की स्थापना 23 मई को कर दी जाएगी। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि स्थापना के लिए प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तरह कोई आयोजन नहीं किया जाएगा। रामलला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु 6 जून से राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार का दर्शन कर सकेंगे।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा इस मंदिर के भूतल पर 2024 में हो चुकी है। अब राजा राम को प्रथम तल पर राम दरबार में विराजमान करने की बारी है। अनुमान है कि भगवान राम, उनके भाइयों और माता सीता की प्रतिमाएं अयोध्या पहुंचेंगी और 23 मई को मंदिर के प्रथम तल पर इन्हें स्थापित किया जाएगा। अयोध्या में राम मंदिर में अगले महीने राम दरबार स्थापित किया जाएगा जिसे श्रद्धालुओं के लिए 6 जून से खोला जाएगा। हालांकि यह प्राण प्रतिष्ठा समारोह जैसा नहीं होगा। मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्र ने यह जानकारी दी है।
मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि, 'जब भगवान राम की प्रतिमा उनके दरबार में स्थापित होगी तो स्वाभाविक है कि एक धार्मिक समारोह के बाद ही यह होगा। यहां पूजा होगी, लेकिन इसे प्राण प्रतिष्ठा कहना ठीक नहीं होगा क्योंकि प्राण प्रतिष्ठा पहले ही हो चुकी है। हां, राम दरबार को आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने से पूर्व अलग-अलग तरह की पूजा होगी। यह पूजा 5 जून को संपन्न होगी।'
मिश्र ने कहा कि 23 मई और 5 जून की तिथियों का अपना ज्योतिषीय योग है। इसलिए 23 मई को स्थापना करने और 5 जून को पूजा संपन्न होने के बाद राम दरबार को आम लोगों के लिए खोलने का फैसला किया गया है। आपको बता दें कि करीब पांच फुट की राम की प्रतिमा जयपुर में सफेद संगमरमर से तैयार की गई है और इसे राम दरबार में स्थापित किया जाएगा। यहां सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान की भी प्रतिमाएं होंगी।