प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु ट्रेन, बस और निजी वाहनों से प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हुई कि प्रयागराज जंक्शन 9 फरवरी से 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। इस अफवाह से यात्रियों में काफी असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद इस पर सफाई दी और यात्रियों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
रेल मंत्री ने कहा, "प्रयागराज जंक्शन पूरी तरह खुला है और ट्रेनों का संचालन सुचारू रूप से चल रहा है। कल महाकुंभ क्षेत्र से रिकॉर्ड 330 ट्रेनें रवाना की गईं और 12.5 लाख श्रद्धालुओं ने रेल यात्रा सुविधा का लाभ उठाया। आज भी अब तक 130 ट्रेनें रवाना हो चुकी हैं।"
रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ के लिए प्रयागराज क्षेत्र के आठ रेलवे स्टेशनों पर सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए राज्य प्रशासन और रेलवे समन्वित प्रयास कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया कि प्रयागराज जंक्शन बंद नहीं किया गया है। सिर्फ प्रयागराज संगम स्टेशन को 9 फरवरी से 14 फरवरी तक अस्थायी रूप से बंद किया गया है। इस दौरान प्रयागराज छिवकी, नैनी, प्रयाग, सूबेदारगंज, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूंसी स्टेशनों से नियमित और स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी।
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है। स्टेशन पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है और सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यात्रियों के लिए स्टेशन पर हेल्प डेस्क और सूचना काउंटर भी बनाए गए हैं।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रामक खबरों पर विश्वास न करें और रेलवे की आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें। महाकुंभ के दौरान रेलवे द्वारा की गई यह व्यवस्था न सिर्फ आस्था के तीर्थयात्रियों के लिए राहत भरी है बल्कि यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है।