Rafale Fighter Jet: पाकिस्तान वायुसेना के एयर वाइस मार्शल औरंगजेब अहमद ने भारत के राफेल फाइटर जेट की तारीफ कर पूरी दुनिया को चौंका दिया है और अपने मुल्क में तो कइयों की नींद हराम कर दी है। कुछ महीने पहले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने राफेल जेट्स से पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे, जिसमें आतंकवादियों का भारी नुकसान हुआ और वे सैकड़ों की संख्या में मारे गए। इसके बाद पाकिस्तान ने खूब कोशिश की लेकिन भारत का कुछ बिगाड़ न पाए।
हालांकि झूठ उनके द्वारा खूब फैलाए गए थे। पाकिस्तान ने तो दावा किया था कि उसने तीन राफेल समेत पांच भारतीय जेट्स मार गिराए हैं। लेकिन उनके अजीज औरंगजेब ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है “यह गलत है कि राफेल खराब विमान है। अगर इसका सही इस्तेमाल हो यह बहुत शक्तिशाली है और घातक सिद्ध हो सकता।" ध्यान रहे कि यह बयान पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ और बिलावल भुट्टो के दावों के उलट है। उन्होंने तो राफेल को टुकड़ों में तब्दील करने का दावा किया था।
पाकिस्तान की राफेल की तारीफ के पीछे कई कारण हैं। भारत ने 2016 में फ्रांस से 36 राफेल खरीदे थे और हाल ही में नौसेना के लिए 26 राफेल-M की डील फिर की है। कतर (36 राफेल), मिस्र (54 राफेल) और UAE (80 राफेल) जैसे मुस्लिम देश के साथ पाकियों के अच्छे रिश्ते हैं और वे भी राफेल का इस्तेमाल करते हैं। हाल ही में इंडोनेशिया ने भी राफेल की डील की है। पाकिस्तान ने फ्रांस से मिराज III, मिराज V, डेफ्ने-क्लास सबमरीन और मिसाइलें खरीदी हैं और भविष्य में और डिफेंस डील की उम्मीद है। इस्लामाबाद फ्रांस के साथ रिश्ते बिगाड़ना नहीं चाहता। खासकर तब जब भारत-फ्रांस संबंध और मजबूत हो रहे हैं।
पाकिस्तान ने सऊदी अरब में ‘विक्ट्री स्पीयर 2025’ जैसी सैन्य अभ्यासों में राफेल जेट्स के साथ हिस्सा भी लिया था। जहां उसके JF-17 जेट्स ने राफेल, F-15 और F-16 के साथ उड़ान भरी थी। 2024 में भी ऐसी एक्सरसाइज हुई थी। यह अनुभव PAF को राफेल की ताकत का अंदाजा अच्छे से देता है। औरंगजेब का यह बयान संभवतः राफेल की तकनीकी क्षमता को स्वीकार करने और फ्रांस के साथ रिश्तों को बनाए रखने की रणनीति का एक हिस्सा है।
ज्ञात हो कि दस्सो एविएशन के CEO एरिक ट्रैपियर ने 15 जून को पाकिस्तान के दावों को “गलत” बताया था और कहा था कि IAF ने कोई राफेल नहीं खोया है। पाकिस्तान वायुसेना के एयर वाइस मार्शल औरंगजेब अहमद की तारीफ उनके जनरल आसिम मुनीर के लिए झटके की तरह है क्योंकि PAF की J-10 और JF-17 की तुलना में राफेल की श्रेष्ठता को स्वीकार करना उनकी रणनीति को बेहद कमजोर करता है।