Bihar News: बिहार को जल्द ही पूर्णिया एयरपोर्ट के रूप में राज्य का चौथा एयरपोर्ट मिलने जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तेजी से जारी है और जुलाई 2025 से पहले पूरा कर लिया जाएगा।
इस एयरपोर्ट के चालू होने से सीमांचल क्षेत्र के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और नेपाल के यात्रियों के लिए भी यह सुविधा उपयोगी होगी। वर्तमान में बिहार में केवल पटना, गया और दरभंगा में ही हवाई सेवा उपलब्ध है, लेकिन पूर्णिया एयरपोर्ट के शुरू होते ही यह राज्य का चौथा ऑपरेशनल एयरपोर्ट बन जाएगा।
निर्माण कार्य और बजट
पूर्व में जारी टेंडर के अनुसार, पूर्णिया एयरपोर्ट पर 45 करोड़ रुपये की लागत से अंतरिम टर्मिनल भवन बनाया जाना था। हालांकि, फरवरी 2025 में यह टेंडर लगभग 33 करोड़ रुपये में फाइनल हुआ। टेंडर स्वीकृत होने के बाद, अगले 3 से 4 महीनों में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
राज्य में हवाई कनेक्टिविटी का विस्तार
बिहार में हवाई कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए कई नए प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है।बिहटा (पटना के पास) में नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, जिसका शिलान्यास अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं।राजगीर (नालंदा), रक्सौल (पूर्वी चंपारण) और सुल्तानगंज (भागलपुर) में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने की योजना है। बीरपुर (सुपौल), मधुबनी, सहरसा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मुंगेर और वाल्मीकिनगर (पश्चिम चंपारण) में छोटे एयरपोर्ट विकसित किए जाएंगे, जहां से 19-सीटर विमान संचालित होंगे।
जल्द शुरू होगी उड़ान सेवा
बिहार विधानसभा में 3 मार्च को बजट भाषण के दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने घोषणा की कि अगले तीन महीने में पूर्णिया एयरपोर्ट से विमान उड़ान भरने लगेंगे। यानी जून-जुलाई 2025 तक यहां से हवाई सेवा शुरू होने की संभावना है। हालांकि, अभी टर्मिनल भवन और अन्य बुनियादी सुविधाओं का निर्माण कार्य जारी है। बिहार में हवाई सेवाओं के विस्तार से न केवल यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।