Press Briefing on operation sindoor: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा अंजाम दिए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर आज केंद्र सरकार और सेना ने पहली बार प्रेस ब्रीफिंग की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साफ शब्दों में कहा कि भारत का यह सैन्य कदम नपा-तुला, जिम्मेदारी भरा और गैर-उकसावे वाला है। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय नियमों और भारत की आत्मरक्षा की नीति के अनुरूप की गई।साथ ही विंग कमांडर व्योमिका और कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी है।
वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी प्रेस ब्रीफिंग में उपस्थित थीं। कर्नल सोफिया ने बताया कि यह ऑपरेशन उन निर्दोष परिवारों को न्याय दिलाने की एक सैन्य प्रतिबद्धता है, जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खोया है ।
आतंकी ठिकानों पर राफेल और क्रूज मिसाइल से हमला:
भारतीय वायुसेना ने आधी रात करीब 1:30 बजे पाकिस्तान और पीओके में स्थित जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को टारगेट कर तबाह किया। इस कार्रवाई में 90 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की सूचना है।
'ऑपरेशन सिंदूर' का भावनात्मक संदेश:
विदेश सचिव ने कहा कि “यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि उन सुहागनों की आवाज़ थी, जिनके माथे का सिंदूर आतंकवादियों ने छीन लिया था।”
पाकिस्तान की बौखलाहट, भारत हाई अलर्ट पर
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने आतंकी संगठनों के नाम हटवाने की कोशिश की, जो यह साबित करता है कि इस हमले में उसकी संलिप्तता थी। भारत के इस एक्शन के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है और वह जवाबी हमले की गीदड़भभकी दे रहा है। इसे देखते हुए रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मेट्रो स्टेशन और अन्य संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
गृह मंत्रालय ने BSF, CRPF, ITBP, CISF और SSB जैसे अर्धसैनिक बलों को अलर्ट पर रखा है। राज्यों की पुलिस और खुफिया एजेंसियों को भी हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' केवल जवाबी हमला नहीं, बल्कि भावनात्मक न्याय और राष्ट्र की आत्मरक्षा का प्रतीक है। यह संदेश स्पष्ट है—भारत अब आतंकवाद के खिलाफ हर मोर्चे पर निर्णायक कार्रवाई करेगा।