First Bihar Jharkhand

Pooja Murder Case: मुश्ताक से अजीत बन पूजा को फांसा, जान की भीख मांगती रही मगर नहीं माना हैवान, रूह कंपा देगा यह हत्याकांड

Pooja Murder Case: उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है। हरियाणा के गुरुग्राम में रहने वाली 38 वर्षीय पूजा की हत्या उसके लिव-इन पार्टनर मुश्ताक अहमद ने की थी। मुश्ताक ने 30 अप्रैल 2025 को पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान अपने जुर्म को कबूल करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि उसने हिंदू नाम अजीत बताकर पूजा से दोस्ती की, फिर शादी का नाटक कर लिव-इन रिलेशनशिप में रहा। लेकिन जब पूजा ने उसकी दूसरी शादी का विरोध किया, तो उसने उसकी हत्या कर दी।

मुश्ताक ने पुलिस को बताया कि उसने 15 नवंबर 2024 को पूजा को अपनी बहन के घर खटीमा ले जाकर वहां से घुमाने के बहाने नदन्ना नहर के पास काली पुलिया, एक सुनसान इलाके में ले गया। वहां उसने चाकू से पूजा का गला काट दिया। मुश्ताक के अनुसार, गला काटते समय पूजा हाथ जोड़कर अपनी जान की भीख मांग रही थी, लेकिन उसने बेरहमी से हत्या को अंजाम दिया। इसके बाद उसने पूजा के सिर को धड़ से अलग कर एक थैले में पत्थर डालकर नाले में डुबो दिया, जबकि धड़ को चादर में लपेटकर नहर में फेंक दिया ताकि शव की शिनाख्त न हो सके।

पुलिस जांच में सामने आया कि मुश्ताक की नजर पूजा की संपत्ति और उसकी बेटी पर थी। पूजा एक स्पा सेंटर में काम करती थी और उसने मुश्ताक को आर्थिक मदद भी दी थी, जिसमें सितारगंज में एक प्लॉट और बाइक खरीदना शामिल था। मुश्ताक ने दो साल तक पूजा का शोषण किया और जब उसने उसकी दूसरी शादी का विरोध किया, तो उसने हत्या की साजिश रची। पूजा के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि मुश्ताक उसकी बेटी को बेचने की योजना बना रहा था, जिसकी भनक लगने पर उन्होंने बेटी को अपने पास रख लिया।

मुश्ताक और पूजा की मुलाकात 2022 में रुद्रपुर रोडवेज बस में हुई थी, जब वे गुरुग्राम जा रहे थे। मुश्ताक ने खुद को अजीत बताकर पूजा से दोस्ती की। पूजा, जो पहले से शादीशुदा थी और अपने पति से अलग होकर दो बच्चों (एक बेटा और एक बेटी) के साथ गुरुग्राम में अपनी बहन के साथ रहती थी, मुश्ताक के झांसे में आ गई। दोनों ने गुरुग्राम में लिव-इन रिलेशनशिप शुरू की। इस दौरान मुश्ताक ने शादी का ड्रामा रचा, लेकिन असल में उसकी मंशा पूजा के पैसे हड़पने और उसका शोषण करने की थी।

मुश्ताक ने अक्टूबर 2024 में सितारगंज में एक मुस्लिम युवती से दूसरी शादी कर ली। जब पूजा को इसकी जानकारी मिली, तो वह सितारगंज पहुंची और उसने विरोध किया। इस दौरान दोनों के बीच झगड़ा हुआ, और मुश्ताक के परिवार ने उन्हें घर से निकाल दिया। पूजा ने सितारगंज थाने में शिकायत भी की, लेकिन उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। इसके बाद 19 दिसंबर 2024 को पूजा की बहन ने गुरुग्राम के सेक्टर-5 थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की।

हरियाणा पुलिस ने कॉल डिटेल्स और जांच के आधार पर मुश्ताक को 30 अप्रैल 2025 को सितारगंज के गौरीखेड़ा से गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर पूजा का सड़ा-गला धड़ नदन्ना नहर से बरामद हुआ, लेकिन सिर अभी तक नहीं मिला। पूजा के भाई ने उसके दुपट्टे से शव की पहचान की। मुश्ताक को कोर्ट में पेश कर छह दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि हत्या का कारण प्रेम प्रसंग और दूसरी शादी का विरोध था।

मुश्ताक पहले उत्तराखंड के खटीमा में पंचर की दुकान चलाता था, लेकिन बाद में उसने टैक्सी चलाना शुरू कर दिया। वह सितारगंज और खटीमा दोनों जगह रहता था और इलाके से अच्छी तरह वाकिफ था। उसने सुनसान जगह का चुनाव कर हत्या को अंजाम दिया। हत्या के बाद वह मंगलूरू, कर्नाटक भाग गया था और वहां पंचर की दुकान चला रहा था। पुलिस ने उसके परिवार पर दबाव डालकर उसे वापस बुलाया और गिरफ्तार किया।