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PM मोदी का बड़ा एलान : कहा - जहां उतरा चंद्रयान-3 उसका नाम 'शिवशक्ति', चंद्रयान-2 की छाप वाली जगह तिरंगा पॉइंट; 23 अगस्त को मनाया जाएगा नेशनल स्पेस डे

DESK : बेंगलूर के इसरो कमांड सेंटर में आज पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से मुलाकात की। इस दौरान पीएम ने  वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए तीन बड़ा ऐलान किया है। पीएम मोदी ने एलान किया है कि  जहां चंद्रयान-3 उतरा वो 'शिव शक्ति' प्वाइंट और जहां चंद्रयान-2 की छाप वो 'तिरंगा' प्वाइंट कहलाएगा। उन्होंने तीसरा ऐलान किया कि, अबसे 23 अगस्त को अब हर साल नेशनल स्पेस डे के रूप में मनाया जाएगा। 

पीएम ने कहा कि- जिस स्थान पर चंद्रयान-3 का मून लैंडर उतरा है, उस स्थान को 'शिवशक्ति' के नाम से जाना जाएगा और जहां चंद्रयान-2 की छाप है वो तिरंगा प्वाइंट कहलाएगा। कोई भी सफलता आखिरी नहीं होती है इसलिए जहां पर हमारे चंद्रयान-2 के पदचिन्ह पड़े थे उस स्थान को आज से तिरंगा प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा। ये तिरंगा प्वाइंट भारत के हर प्रयास की प्रेरणा बनेगा, ये तिरंगा प्वाइंट हमें सीख देगा कि कोई भी विफलता आखिरी नहीं होती। 

पीएम मोदी ने इसरो में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा, आप नई पीढ़ी के रोल मॉडल हैं, आपकी रिसर्च और वर्षों की मेहनत ने साबित किया है कि आप जो ठान लेते हैं वो करके दिखाते हैं। देश के लोगों का विश्वास आप पर है और विश्वास कमाना छोटी बात नहीं होती है।  देश के लोगों का आशीर्वाद आप पर है।  पीएम ने कहा कि, 'एक समय था जब हमारी गिनती थर्ड रो में होती थी। आज ट्रेड से लेकर तकनीकि तक भारत की गिनती पहली पंक्ति यानी  पहली पंक्ति में खड़े देशों में हो रही है।  तीसरी रो से लेकर पहली रो तक की इस यात्रा में हमारे इसरो जैसे संस्थानों ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। 


इसके आगे पीएम ने कहा कि, मैं जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था और आपको सलाम करना चाहता था...आपके प्रयासों को सलाम।'' पीएम ने कहा, ''आज मैं एक अलग ही खुशी महसूस कर रहा हूं, ऐसे मौके बहुत कम आते हैं। व्यक्ति के जीवन में कई बार ऐसी घटनाएं घटती हैं कि वो बेसब्री हावी हो जाती है और इस बार मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है। मैं दक्षिण अफ्रीका में था लेकिन मेरा मन पूरी तरह से आपके साथ ही लगा हुआ था।

आपको बताते चलें कि, पीएम मोदी नेअ अपने  45 मिनट के भाषण में कहा, 'मैं साउथ अफ्रीका में था, फिर ग्रीस के कार्यक्रम में चला गया, लेकिन मेरा मन पूरी तरह आपके साथ ही लगा हुआ था। मेरा मन कर रहा था आपको नमन करूं। लेकिन मैं भारत में… भारत में आते ही… जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था।'