Drone Attack: पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि भारत के 12 ड्रोन ने लाहौर, गुजरांवाला, चकवाल, बहावलपुर, मियानो, रावलपिंडी, अटक, छोर और कराची के पास हमले किए। यह दावा भारत के 7 मई को किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद आया है, जिसमें पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए गए थे। ये हमले 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थे, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। हालांकि, पाकिस्तान के ड्रोन हमले के दावे की पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता। भारत की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
पाकिस्तान ने कहा कि ये ड्रोन इजरायली हारोप ड्रोन थे, जिनमें से एक ने लाहौर में सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया, जिसमें चार सैनिक घायल हुए। दावा यह भी किया गया है कि सभी 12 ड्रोन मार गिराए गए और मलबा इकट्ठा किया जा रहा है। लेकिन रॉयटर्स और AP न्यूज ने केवल लाहौर में एक ड्रोन मार गिराने और चकवाल में एक ड्रोन के खेत में गिरने की पुष्टि की, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ। गुजरांवाला, बहावलपुर, मियानो, रावलपिंडी, अटक, छोर और कराची पर हमलों के बारे में अभी तक भारत की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है। इतना तय है कि कल पूंछ में आम नागरिकों के मारे जाने के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर और भी खतरनाक होने जा रहा।
ज्ञात हो कि इससे पहले ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें बहावलपुर की सुभान अल्लाह मस्जिद और मुरिदके का लश्कर बेस शामिल था। इधर EU, UK, फ्रांस, जर्मनी और तुर्की ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है और तत्काल डी-एस्केलेशन की मांग की। तुर्की ने तो “पूर्ण युद्ध” की चेतावनी दे दी। वहीं, लाहौर और कराची के हवाई क्षेत्र बंद होने से 25 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं हैं।
ध्यान रहे कि पाकिस्तान के 12 ड्रोन हमलों का दावा सबूतों के अभाव में संदिग्ध है। पहले भी ISPR के दावे, जैसे पहलगाम हमले के बाद चीनी ड्रोन को भारतीय बताना, गलत साबित हुए हैं। लाहौर और चकवाल की घटनाओं को छोड़कर, अन्य शहरों में हमलों की कोई ठोस जानकारी नहीं है। पाकिस्तान का पांच जेट्स और एक ड्रोन मार गिराने का दावा भी बिना सबूत के है।