Pahalgam Terror Attack: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के बाद विवादास्पद बयान दिए हैं, इस आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। जिसके बार में बात करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से शंकराचार्य ने सरकार की आलोचना की, विशेष रूप से "चौकीदार" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की. उन्होंने PM पर हमला बोलते हुए कहा कि “जो खुद को देश का चौकीदार कहते हैं वही इन आतंकियों को रोकने में विफल रहे”.
उन्होंने सरकार की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल उठाया और हमले को रोकने में उनकी नाकामी के लिए जवाबदेही तय करने की मांग की. उन्होंने हमले पर टिप्पणी करते हुए आगे कहा कि “यह हमला दिखाता है कि आतंकवाद का एक ही धर्म है, और वह इस्लाम है. हमलावरों ने हिंदुओं को उनकी धर्म की पहचान करके निशाना बनाया है”. उन्होंने हिंदुओं की सुरक्षा के लिए चिंता जताई और सुझाव दिया कि उन्हें आत्मरक्षा के लिए हथियार चलाना सीखना चाहिए।
शंकराचार्य की इन टिप्पणियों ने विवाद खड़ा कर दिया, कुछ लोग जैसे अखिलेश यादव ने इसका विरोध करते हुए कहा कि "आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता" वहीं दूसरी तरफ कई लोगों ने प्रधानमंत्री को निशाना बनाने के कारण भी शंकराचार्य की आलोचना की है. बताते चलें कि चार धाम यात्रा के संभावित स्थगन पर भी शंकराचार्य ने बात की, इस बारे में उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि तीर्थयात्रा जारी रहनी चाहिए, इस बंद करने का कोई औचित्य नहीं है.
बताते चलें कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इससे पहले भी कई दफा वर्तमान सरकार विशेषकर नरेंद्र मोदी को अपने निशाने पर लेने का काम किया है. उन्होंने यह सवाल किया है कि “अगर आप अपने घर में एक चौकीदार रखते हैं और कोई घटना आपकी गैरमौजूदगी में घट जाती है तो आप सबसे पहले किसे पकड़ते हैं? चौकीदार को ही न?”
“हमारे यहां कोई सैकड़ों किलोमीटर से चलकर आता है, बड़े बड़े हथियारों के साथ. 30-40 मिनट तक यहाँ रुकता है और लोगों से उनका धर्म पूछ पूछ कर उनका क़त्ल करता है. फिर आराम से गायब हो जाता है और किसी को इस बारे में कोई खबर नहीं होती. चौकीदार कहता है कि यह हमला पाकिस्तान की धरती से किया गया है, इतनी जल्दी आप जान गए? तो फिर पहले से क्यों ऐसी व्यवस्था नहीं कर पाए कि ऐसी घटनाएं होती ही नहीं”.