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नीतीश कुमार के विपक्षी एकता की मुहिम को बड़ा झटका, अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी TMC

DESK : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंजन विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे हुए हैं। इसको लेकर वह कई तरह की योजनाएं भी बनाते रहते हैं और अन्य दलों के बड़े नेताओं से मुलाकात की भी कोशिश में जुटे रहते हैं। लेकिन अब उनके विपक्षी एकता की मुहिम को बड़ा झटका लगा है।

दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी पार्टियों को एकजुट होने की मुहिम चलाई जा रही है। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी एकजुटता की इस मुहिम को खुद से अलग कर लिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। ममता बनर्जी ने कहा है कि हम विश्व 24 का चुनाव अकेले लड़ेंगे किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगे हमारी पार्टी जनता के साथ गठबंधन करती है ना की किसी अन्य पार्टी के साथ।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ़ तौर पर कहा कि,जो लोग भाजपा को हराना चाहते हैं, मेरा विश्‍वास है कि वे हमारे पक्ष में वोट करेंगे। उन्होंने दावा किया कि लोग उनके साथ हैं और उम्मीद जताई कि 2024 लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही होगा। उन्होंने यह भी कहा कि, जो लोग भाजपा को हराना चाहते हैं, मेरा विश्‍वास है कि वे हमारे पक्ष में वोट करेंगे। उन्होंने दावा किया कि लोग उनके साथ हैं और उम्मीद जताई कि 2024 लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही होगा। 

मालूम हो कि, ममता बनर्जी का यह बयान उस समय सामने आया है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे हुए हैं और ना सिर्फ वही बल्कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उनके इस पहल को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के जन्मदिन पर उनसे मिलने पहुंचे हैं और वहां उन्होंने मन से विपक्षी एकजुटता का उदाहरण भी पेश किया। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे भी वहां मौजूद थे।

वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह साफ़ कर दिया है कि, उनकी पार्टी सिर्फ राहुल गांधी को पीएम फेस मान रही। कांग्रेस ने यह साफ़ कर दिया है कि,मैंने यह कभी नहीं कहा कि कौन प्रधानमंत्री बनेगा या कौन नेतृत्व करेगा। यह सवाल है ही नहीं, मैं तो यही चाहता हूं कि हमें साथ मिलकर लड़ना चाहिए। 

आपको बताते चलें कि,बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार यह कतराते हैं कि यदि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को परास्त करना है और मोदी को गद्दी से हटाना है तो सारे विपक्षी दल को एकजुट होना होगा और कोई एक पीएम चेहरा चुनना होगा। हालांकि, वह खुद के नाम पर भी सफाई देते रहते हैं कि वह अपने आप को पीएम बनाने की बात नहीं सोचते।