Nitin Gadkari: केंद्र सरकार ने बुधवार को देशव्यापी जाति जनगणना कराने का फैसला लिया है। इसे विपक्षी दल अपनी जीत बता रहे हैं, जबकि बीजेपी इसे समावेशी विकास का हिस्सा कह रही है। इसी बीच केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का नागपुर में दिया गया एक पुराना भाषण सोशल मीडिया पर फिर से चर्चा में आ गया है।
इस भाषण में गडकरी ने कहा था कि किसी भी व्यक्ति का मूल्य उसकी जाति, धर्म, भाषा या लिंग से नहीं, बल्कि उसके गुणों से तय होना चाहिए। उन्होंने दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके काम और प्रतिभा ने उन्हें दुनिया में सम्मान दिलाया।
गडकरी ने सभा में कहा कहा था कि मुझे बहुत जाति वाले लोग मिलने आते हैं। मैंने लगभग 50,000 लोगों के बीच कह दिया था| जो करेगा जात की बात, उसको कस के मारूंगा लात।" उन्होंने यह भी बताया कि उनके इस बयान पर कुछ मित्रों ने नाराजगी जताई थी, पर उन्होंने स्पष्ट किया था कि वो जातिवाद और जातिगत राजनीति के खिलाफ हैं।