Nidhi Rajdan and Omar Abdullah Love Story: राजनीति और पत्रकारिता, दो अलग-अलग दुनिया मानी जाती है ,लेकिन जब ये दोनों रास्ते किसी मुकाम पर एक-दूसरे से मिलते हैं, तो कहानी बन जाती है।ऐसे ही जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और जानी-मानी पत्रकार निधि राजदान की जोड़ी हमेशा चर्चा में बनी रहती है । एक बार दोनों ने नई दिल्ली स्थित कश्मीर हाउस में एक औपचारिक लंच का आयोजन किया ,ये कार्यक्रम न केवल राजनीतिक बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी खास माना जा रहा था , क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उमर का पहला सार्वजनिक आयोजन था जिसमें निधि उनके साथ मौजूद थीं।
उमर अब्दुल्ला का नाम भारतीय राजनीति के बेहद लोकप्रिय चेहरों में गिने जाते हैं | पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के बेटे उमर ने एक वक्त हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काम किया करते थे, ताज और ITC जैसे प्रतिष्ठानों में उन्होंने सेवा दी। इसी दौर में उनकी मुलाकात हुई पायल नाथ से, और दोनों ने प्रेम विवाह किया। हालांकि, यह रिश्ता वक्त की कसौटी पर खरा नहीं उतर सका। करीब 15 साल से दोनों अलग रह रहे हैं और तलाक की प्रक्रिया चल रही है। पायल ने तलाक के एवज में कथित तौर पर 300 करोड़ रुपये की एलिमनी की मांग की है।पायल नाथ फिलहाल दिल्ली में रहती हैं और अपनी ट्रेवल से जुड़े कारोवार को देख रेख करती हैं |
NDTV की चर्चित एंकर रह चुकीं निधि राजदान अपनी तेज़-तर्रार पत्रकारिता के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने 2023 में NDTV से इस्तीफा दे दिया था। आपको बता दे कि इनका जन्म एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ| वह प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) के पूर्व प्रधान संपादक महाराज कृष्ण राजदान की पुत्री हैं। "राजदान" उपनाम प्राचीन कश्मीरी ब्राह्मण गोत्र से जुड़ा हुआ है, जो कश्मीरी पंडित समुदाय की प्रतिष्ठित पहचान माना जाता है। निजी जीवन की बात करें तो निधि ने पत्रकार निलेश मिश्रा से शादी की थी,लेकिन यह रिश्ता महज़ दो साल चला और 2007 में दोनों अलग हो गए| निलेश मिश्रा भी पत्रकारिता में काफी शान और शौकत हासिल कर चुके हैं और फ़िलहाल वो गाँव कनेक्शन नामक एक चैनल के संपादक हैं ,जो ग्रामीण मुद्दों और जनसरोकार से जुडी मुद्दों को उठाती हैं |
उमर और निधि, दोनों ही अपने-अपने वैवाहिक जीवन से बाहर आ चुके हैं। लेकिन दोनों की नज़दीकियां किसी फिल्मी स्क्रिप्ट जैसी लगती हैं.जहां सत्ता और सच्चाई के बीच एक कोना होता है सुकून और समझदारी का। कभी मुख्यमंत्री की शपथ में तो कभी किसी सार्वजनिक मंच पर, निधि और उमर की केमिस्ट्री साफ झलकती है. बिना कुछ कहे बहुत कुछ कह जाती है। इस मुलाकात पर सियासी प्रतिक्रिया भी आई थी लेकिन उमर और निधि पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। शायद इसलिए कि उनका रिश्ता अब राजनीति से ज़्यादा निजी, और निजी से कहीं ज़्यादा परिपक्व हो चुका है।