patna: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को 8वीं बार देश का बजट पेश किया है लेकिन उनके इस बजट ने एक बार फिर बिहार के लोगों की उपेक्षा की है। आमजनों, गरीबों और किसानों के लिए कुछ नहीं किया गया है। बिहार के पूर्व मंत्री व वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी का यही कहना है। निर्मला सीतारण के बजट पर उनका कहना है कि बजट में ना तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला और ना ही विशेष पैकेज की कोई बात की गयी। इस बार भी ना माया मिली ना राम।
विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने केंद्र सरकार द्वारा पेश आम बजट को पूरी तरह असंतोषजनक और निराशावादी बताते हुए कहा कि यह बजट को आमजनों, गरीबों और किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि इस बजट ने बिहार के लोगों को एक बार फिर निराश किया है।
वीआईपी के संस्थापक मुकेश सहनी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस आम बजट में आमजनों, गरीबों और किसानों के लिए कुछ नहीं कहा गया है। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर सभी दल बिहार को विशेष राज्य के दर्जे और विशेष पैकेज की मांग करते रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि इस बजट में इसकी चर्चा तक नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि इसमें महिलाओं एवं युवाओं की आशा व आकांक्षा को भी पूरा नहीं किया गया। महिलाओं को उम्मीद थी कि बजट में महंगाई पर लगाम लगाने के लिए कोई कदम उठाया जाएगा, लेकिन सरकार ने जो बजट पेश किया है, उससे महंगाई और बढ़ने की उम्मीद है।
मुकेश सहनी ने हालांकि बिहार के लिए कुछ योजनाएं देने की बात करते हुए सवाल उठाया कि पहले भी ऐसे ही बिहार के लोगों को ठगने के लिए योजनाएं दी गई थीं, लेकिन उन योजनाओं में कितनी पूरी हुई, यह भी एक बड़ा सवाल है। इस बार भी सरकार द्वारा घोषणा कर दी गई है। उन्होंने कहा कि यह बजट बिहार को और पीछे ले जाएगा।
VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि बिहार के लोगों को इस बजट से कुछ नहीं मिला। बिहार को इस बार भी ठेंगा मिला है। बिहार को 18 साल से ना तो विशेष राज्य का दर्जा मिला और ना ही विशेष पैकेज ही मिला। चंद्रबाबू नायडू तो अपना हक लेकर चले गये लेकिन बिहार ठेंगा मिला है। यह गरीबों का विरोध करने वाला बजट है। महंगाई आज सबसे बड़ा मुद्दा है। महंगाई कम करने को लेकर कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।