MS Dhoni: भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार एमएस धोनी भले ही फैंस के चहेते हों लेकिन समय-समय पर उनकी कप्तानी और सिलेक्शन फैसलों पर कई क्रिकेटरों ने खुलकर सवाल उठाए हैं। हाल ही में इरफान पठान का एक बयान वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि धोनी की कप्तानी में "टीम में सिलेक्शन के लिए हुक्का लगाना पड़ता था।"
यह पहली बार नहीं है जब धोनी पर निशाना साधा गया हो। गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह और अंबाती रायडू जैसे क्रिकेटर भी धोनी के फैसलों पर उंगली उठा चुके हैं। इन विवादों ने क्रिकेट जगत में खूब चर्चा बटोरी और फैंस के बीच बहस छिड़ी कि क्या धोनी की कप्तानी में सच में पक्षपात हुआ था.. आइए, आज उन्हीं पांच क्रिकेटरों के बयानों पर नजर डालते हैं।
गौतम गंभीर और धोनी की तकरार तो हमेशा से सुर्खियों में रही है। गंभीर ने 2011 वर्ल्ड कप जीत के बाद धोनी के आखिरी छक्के को मिले क्रेडिट पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था, "वर्ल्ड कप एक छक्के से नहीं, 11 खिलाड़ियों की मेहनत से जीता जाता है।" 2012-13 के बाद दोनों के रिश्ते और तल्ख हो गए जब गंभीर ने धोनी की कप्तानी को रूढ़िगत और रक्षात्मक बताया था। गंभीर का मानना था कि धोनी की रणनीतियां कई बार टीम को नुकसान पहुंचाती थीं। दूसरी ओर, वीरेंद्र सहवाग का विवाद सिलेक्शन से जुड़ा रहा। 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद सहवाग को टीम से बाहर किया गया था और कहा जाता है कि धोनी ने उनकी जगह युवा खिलाड़ियों को तरजीह दी थी। सहवाग ने इशारों में धोनी के सिलेक्शन पर सवाल उठाए थे और दोनों के बीच तनातनी की खबरें चर्चा में रहीं थीं।
युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने तो धोनी पर सबसे तीखे हमले किए हैं। उन्होंने 2014 में दावा किया था कि "धोनी ने युवराज का करियर बर्बाद कर दिया।" योगराज का कहना था कि युवराज जैसे स्टार को 2011 वर्ल्ड कप के बाद जानबूझकर कम मौके दिए गए ताकि धोनी की कप्तानी चमके। हालांकि, युवराज ने खुद कभी धोनी पर सीधा हमला नहीं किया लेकिन उन्होंने टीम मैनेजमेंट के कुछ फैसलों पर निराशा जरूर जताई थी।
वहीं, अंबाती रायडू ने 2019 वर्ल्ड कप सिलेक्शन से बाहर होने पर तंज कसा था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, "3D ग्लासेस ऑर्डर किए हैं, वर्ल्ड कप देखने के लिए।" यह विराट, धोनी और सिलेक्शन कमेटी पर एक तगड़ा कटाक्ष था क्योंकि धोनी की राय को सिलेक्शन में काफी ज्यादा माना जाता था। रायडू का मानना था कि उनकी जगह विजय शंकर को प्राथमिकता देना अनुचित था।
वहीँ, अब इधर इरफान पठान का ताजा बयान धोनी के खिलाफ सबसे चर्चित रहा। एक शो में उन्होंने कहा, "धोनी की कप्तानी में सिलेक्शन के लिए हुक्का लगाना पड़ता था।" इससे पहले भी इरफान ने 2007-08 में अपने करियर के चरम पर अचानक ड्रॉप होने पर पॉलिटिक्स का जिक्र किया था। उनका इशारा धोनी की सिलेक्शन नीतियों पर था, जहां कुछ खिलाड़ियों को कथित तौर पर नजदीकी की वजह से तरजीह मिली।