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बाइक का क्लच प्लेट नहीं बदलने से गुस्साए दूधवाले ने किया अनोखा विरोध प्रदर्शन, खुद पर दूध डालकर लगा सड़क पर लेटने

MP: एक दूधवाले ने बाइक सर्विस सेंटर का ऐसा विरोध किया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे देखकर हर कोई हैरान है। दरअसल दूधवाले की बाइक का क्लच प्लेट खराब हो गया था। उसने बाइक का क्लच प्लेट बदलने के लिए हीरो होंडा के सर्विस सेन्टर में अपनी बाइक दी थी। लेकिन जब बाइक की सर्विस नहीं मिली तब दूधवाले ने खुद पर सारा दूध उड़ेल लिया और बीच सड़क पर लेटकर अनोखा विरोध किया। तभी किसी ने उसका वीडियो मोबाइल से बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। जिसे देखकर लोग भी दंग रह गये। 

मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर का है जहां एक दूध विक्रेता ने बाइक एजेंसी के खिलाफ अपना गुस्सा जताने का अनोखा तरीका अपनाया। बाइक सर्विस न मिलने से नाराज होकर उसने खुद पर दूध उड़ेल लिया और सड़क पर लेट गया। ग्वालियर के सिटी सेंटर स्थित हीरो होंडा एजेंसी के बाहर का यह मामला है। अनोखे विरोध का यह वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।

पीड़ित की पहचान रामसेवक पाल के रूप में हुई है, जो खेरिया मोदी गांव का रहने वाला है और दूध बेचने का काम करता है। रामसेवक ने बताया कि उसने बुधवार दोपहर अपनी बाइक सर्विस के लिए हीरो होंडा एजेंसी में दी थी, क्योंकि उसकी बाइक की क्लच प्लेट खराब थी। उसने कई बार एजेंसी कर्मियों से आग्रह किया कि बाइक को ठीक कर दें, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। 

बाइक नहीं मिलने के चलते रामसेवक को साइकिल से दूध की डिलीवरी करनी पड़ी, जिससे उसका दूध रास्ते में खराब हो गया और उसे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। इसी गुस्से में उसने दूध से नहाकर और सड़क पर लेटकर प्रदर्शन किया। गुरुवार दोपहर हुई यह घटना स्थानीय लोगों ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर शेयर कर दी, जो शुक्रवार को वायरल हो गई। वीडियो में रामसेवक अपने शरीर पर दूध उड़ेलते और जमीन पर लेटे हुए नजर आ रहा है।

हीरो होंडा एजेंसी के मैनेजर हिमांशु ने रामसेवक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, "वह बाइक में चाबी लगाकर और बिना कोई जानकारी दिए एजेंसी से चले गए थे। उन्होंने कोई सर्विस पर्ची नहीं कटवाई, न ही बाइक में क्या समस्या है यह बताया। सिर्फ दो नारियल लेकर आए थे। किसी ने उनकी बाइक की सर्विस से इनकार नहीं किया था।" अब यह मामला स्थानीय प्रशासन और कंज्यूमर फोरम तक पहुंच सकता है, क्योंकि यह एक उपभोक्ता अधिकारों से जुड़ा मामला है। सोशल मीडिया पर लोग रामसेवक के तरीके को अनोखा विरोध बता रहे हैं, तो कुछ लोग एजेंसी पर सवाल भी उठा रहे हैं।