Most Exported Scooter: भारत में होंडा एक्टिवा और टीवीएस जुपिटर भले ही स्कूटर बाजार के बादशाह हों, लेकिन विदेशी बाजारों में एक दूसरा ‘मेड इन इंडिया’ स्कूटर छाया हुआ है। होंडा नावी ने वित्त वर्ष 2024-25 में एक्सपोर्ट के मामले में सभी को पछाड़ दिया और भारत से सबसे ज्यादा निर्यात होने वाला स्कूटर बन गया। इसकी 1,43,583 यूनिट्स विदेश भेजी गईं, जो कुल स्कूटर एक्सपोर्ट का 25% है। आइए जानते हैं, क्यों है नावी की इतनी डिमांड और क्या है इसकी खासियत।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत से कुल 5,69,093 स्कूटर एक्सपोर्ट हुए, जो पिछले साल की तुलना में 11% ज्यादा है। इस सूची में होंडा ने बाजी मारी है, जिसने नावी, डियो, और एक्टिवा समेत कुल 3,11,977 यूनिट्स निर्यात कीं हैं। होंडा के बाद टीवीएस मोटर 90,405 यूनिट्स और यामाहा मोटर इंडिया 69,383 यूनिट्स का नंबर आता है।
होंडा नावी: 1,43,583 यूनिट्स, 24% YoY ग्रोथ
होंडा डियो: 1,27,366 यूनिट्स, 91% YoY ग्रोथ
यामाहा रे: 68,231 यूनिट्स, 68% YoY ग्रोथ
टीवीएस एनटॉर्क: 64,988 यूनिट्स स्थिर
होंडा एक्टिवा: 41,026 यूनिट्स 1% YoY गिरावट
सुजुकी बर्गमैन: 33,803 यूनिट्स 45% YoY गिरावट
टीवीएस जुपिटर: 19,504 यूनिट्स 67% YoY गिरावट
होंडा नावी ने अमेरिका और लैटिन अमेरिका में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है। 110cc इंजन और स्कूटर-मोटरसाइकिल हाइब्रिड डिजाइन के साथ नावी युवाओं में खासा लोकप्रिय है। इसे 2016 में भारत में लॉन्च किया गया था, लेकिन कम डिमांड के कारण 2020 में बंद कर दिया गया। फिर भी, विदेशों में इसकी मांग ने इसे भारत का नंबर 1 एक्सपोर्ट स्कूटर बनाया। अमेरिका में यह $2,099 यानि लगभग 1.74 लाख रुपये में बिकता है और शहरी क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल खूब होता है।
होंडा ने टॉप-10 में तीन स्कूटर.. नावी, डियो, एक्टिवा के साथ 55% एक्सपोर्ट शेयर हासिल किया। नावी की सफलता का राज इसकी कम कीमत, आसान हैंडलिंग, और यूनीक डिजाइन है। यह 26.8mm टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क, मोनोशॉक रियर सस्पेंशन, और CVT गियरबॉक्स के साथ आता है। 45 kmpl की माइलेज और 765mm की कम सीट हाइट इसे नए राइडर्स के लिए आकर्षक बनाती है।