Life Style: गर्मियों का मौसम जहां एक ओर शरीर को तपती गर्मी से राहत देता है, वहीं यह स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं भी लेकर आता है। विशेषकर मानसून के दौरान उमस और नमी के कारण शरीर की पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो विषाक्त तत्वों (toxins) को फ़िल्टर करने, पोषक तत्वों को मेटाबोलाइज़ करने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है। ऐसे में इस मौसम में लिवर की देखभाल बेहद जरूरी हो जाती है।
मानसून के दौरान वायरल इंफेक्शन, बैक्टीरियल संक्रमण और पाचन से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं, जो लिवर की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में अपनी डाइट में कुछ खास चीजें शामिल करके आप लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं।
हल्दी में पाया जाने वाला सक्रिय यौगिक करक्यूमिन (Curcumin) एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर में सूजन को कम करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो लिवर की बीमारियों के मुख्य कारणों में से एक है। रोजाना हल्दी वाले गुनगुने पानी या दूध का सेवन लिवर के लिए फायदेमंद माना जाता है।
2. हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी सब्जियों में उच्च मात्रा में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होते हैं। ये सब्जियां पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती हैं और लिवर में फैट के जमाव को कम करने में मदद करती हैं। पालक, मेथी, सरसों के पत्ते आदि को रोजाना के आहार में शामिल करना चाहिए।
3. खट्टे फल
संतरा, नींबू, मौसमी, अंगूर जैसे खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जो लिवर को डिटॉक्स करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। विशेष रूप से अंगूर में नारिंजिनिन (Naringenin) नामक यौगिक पाया जाता है, जो लिवर कोशिकाओं में फैट जमा होने से रोकता है और सूजन को भी कम करता है।
4. अदरक
अदरक एक प्राकृतिक पाचक और एंटी-इन्फ्लेमेटरी औषधि है। मानसून के दौरान जब पाचन धीमा हो जाता है, तब अदरक का सेवन पेट की समस्याओं को दूर करता है। यह लिवर की सूजन को कम करने और बाइल प्रोडक्शन को बेहतर करने में मदद करता है। अदरक की चाय या गर्म पानी में इसका सेवन इस मौसम में विशेष रूप से लाभकारी होता है।
5. पपीता
पपीता एक ऐसा फल है जो डाइजेशन को बेहतर बनाने के साथ-साथ लिवर के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें पाए जाने वाले एंजाइम्स जैसे पपेन (Papain) और काइमोपपेन भोजन को तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे पाचन तंत्र पर दबाव नहीं पड़ता। साथ ही इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन और विटामिन C लिवर की कोशिकाओं को पोषण प्रदान करते हैं।
मानसून में तली-भुनी और अधिक तेल-मसाले वाली चीजों से बचें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि विषैले तत्व शरीर से बाहर निकल सकें। रोजाना थोड़ी देर हल्की कसरत या वॉक जरूर करें जिससे मेटाबॉलिज्म सक्रिय रहे। किसी भी प्रकार के लक्षण (जैसे जी मिचलाना, पीलापन, थकान) नजर आएं तो डॉक्टर से परामर्श लें।