Mohan bhagwat meet modi: देश के अंदर पिछले कुछ घंटों से इस बात की चर्चा तेज है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सबसे बड़े पदाधिकारी यानी संघ प्रमुख मोहन भागवत अचानक पीएम मोदी से मुलाकात करने उनके आवास पर क्यों पहुंचे। वह भी उस समय जब पीएम सेना प्रमुखों के साथ बैठक कर रहे थे। इस पूरे प्रकरण को लेकर तरह तरह की चर्चा हो रही है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इसकी अहम वजह क्या है ?
दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों का आज यानी बुधवार को पहले से एक बैठक निर्धारित थी। यह बैठक नई दिल्ली के झंडेवालान इलाके के संघ कार्यालय में तय है।इस बैठक में शामिल होने के देश भर के अलग अलग राज्यों से संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी यहां जमा हुए हैं । इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत को भी शामिल होना है। ऐसे में मोहन भागवत नागपुर से दिल्ली आए है। अब सवाल यह है कि वह पीएम मोदी से मुलाकात करने क्यों पहुंचे। तो आइए आपको इसकी भी वजह बताते हैं।
संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार दिल्ली में आहुत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इस बैठक में एक मुद्दा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी। इसके साथ ही इसके नाम के चयन में रोड़ा बने राज्यों का भी हैं। ऐसे में असल में इस मुद्दे को लेकर ही बातचीत करने संघ प्रमुख वहां पहुंचे थे।
अब यह एक संयोग था कि पीएम मोदी जिस समय सेना के साथ मीटिंग कर रहे थे उसी समय मोहन भागवत पीएम के सरकारी बंगले में पहुंचे। इसके बाद यह चर्चा शुरू हो गई कि मोहन भागवत पीएम मोदी से मुलाकात करने पहुंचे हैं जब पीएम मोदी सेना प्रमुखों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। हालांकि, यह बात पूरी तरह से सच नहीं है और इसे सिरे से खारिज भी नहीं किया जा सकता है क्योंकि उस समय मीटिंग चल रही थी।
इधर, RSS और सरकार की ओर से मुलाकात पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन X पर एक पोस्ट में दावा किया गया कि भागवत और पीएम मोदी की मुलाकात राष्ट्रीय सुरक्षा और आरएसएस के शताब्दी समारोह की तैयारियों के लिए हो सकती है। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है. 2025 में RSS अपनी स्थापना के 100 साल पूरे कर रहा है। इस अवसर पर कई कार्यक्रमों की योजना है, जिन पर पीएम के साथ चर्चा हो सकती है।