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ट्रोलर्स के टारगेट पर होते हैं ज्यादातर मुस्लिम क्रिकेटर्स? Mohammed Shami ने किया खुलासा..

Mohammed Shami: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सोशल मीडिया ट्रोलिंग और मुस्लिम क्रिकेटरों को निशाना बनाने के सवाल पर हाल ही में एक बेहद सधा हुआ जवाब दिया है। एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में शमी ने पहले तो कहा कि वे ट्रोलिंग को गंभीरता से नहीं लेते और नकारात्मक टिप्पणियों पर ध्यान ही नहीं देते। "पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों तरह के कॉमेंट्स आते हैं, लेकिन मेरा काम देश के लिए खेलना और विकेट लेना है," शमी ने कहा। उन्होंने 2021 टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ हार के बाद हुई शर्मनाक ट्रोलिंग को भी याद किया, जहां उन्हें "गद्दार" और "देशविरोधी" जैसे अपमानजनक शब्दों का सामना करना पड़ा था।

शमी ने इंटरव्यू में इस विषय पर बात करते हुए कहा, "मैं मशीन नहीं हूं। पूरे साल मेहनत करता हूं, कभी सफलता मिलती है, कभी असफलता। लोग इसे कैसे लेते हैं, यह उनके ऊपर है।" उन्होंने कहा कि देश के लिए खेलते समय वे धर्म या अन्य विवादों को भूल जाते हैं और सिर्फ विकेट लेने और मैच जिताने पर फोकस करते हैं। शमी ने ट्रोल्स को चुनौती देते हुए कहा, "अगर आपको लगता है कि आप मुझसे बेहतर कर सकते हैं तो मैदान पर आकर दिखाएं।" शमी ने यह भी कहा कि आलोचना सम्मानजनक होनी चाहिए, न कि अपमानजनक। उन्होंने प्लेयर्स को सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखने की सलाह भी दी ताकि खिलाड़ी अपने खेल पर ध्यान दे सकें।

बताते चलें कि मोहम्मद शमी का क्रिकेट करियर उपलब्धियों से भरा है। 2023 वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने 24 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था। 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में भी वे 9 विकेट के साथ भारत के संयुक्त रूप से टॉप विकेटटेकर रहे। उनके नाम टेस्ट में 229 और वनडे में 195 विकेट हैं। इतने शानदार रिकॉर्ड के बावजूद 2021 टी20 वर्ल्ड कप में हार के बाद ट्रोल्स ने उनकी धर्म-आधारित आलोचना की थी। उस समय सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और अन्य क्रिकेटरों ने शमी का समर्थन भी किया था। शमी ने कहा कि ऐसी घटनाएं उन्हें कमजोर नहीं करतीं बल्कि वे और मजबूत होकर मैदान पर लौटते हैं।