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भारत-पाक तनाव के बीच देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल, युद्ध जैसी स्थिति में LRAD से दी जाएगी चेतावनी

LRAD SYSTEM: 22 अप्रैल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने कायराना हरकत किया था। 26 बेकसुर पर्यटकों को AK-47 से मौत के घाट उतार दिया था। इस बड़े आतंकी हमले के 13 दिन बाद इसका जवाब देने के लिए भारत ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। केंद्र सरकार के आदेश पर देश के 244 जिलों में 7 मई को मॉक ड्रिल किया जाएगा। दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर LRAD (लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस) सिस्टम लगाया गया है। 

जिसका इस्तेमाल लोगों को अलर्ट करने के लिए जाता है। यदि पाकिस्तान से युद्ध की स्थिति बनती है तब एलआरएडी सिस्टम से तुरंत हमले की वाॉर्निंग दी जाएगी। यह सिस्टम बहुत तेज ध्वनि उत्पन्न करता है, जिसे एक किलोमीटर से अधिक दूरी तक सुना जा सकता है। अचानक हमले की स्थिति में यह एक शक्तिशाली सायरन के रूप में काम करेगा। जो लोगों तक इमरजेंसी का संदेश पहुंचाएगा।

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर अब LRAD (लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस) सिस्टम तैनात कर दिया गया है। यह सिस्टम किसी भी आपात स्थिति में आम नागरिकों को तत्काल चेतावनी देने और भीड़ नियंत्रण के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

क्या है LRAD सिस्टम?

LRAD एक अत्याधुनिक ध्वनि आधारित उपकरण है, जो 500 मीटर से लेकर 1 किलोमीटर से अधिक दूरी तक अत्यधिक तीव्र ध्वनि तरंगों के ज़रिए चेतावनी संदेश प्रसारित कर सकता है। यह न केवल सायरन के रूप में काम करता है, बल्कि युद्ध, आतंकी हमलों या प्राकृतिक आपदाओं के समय सटीक और स्पष्ट निर्देश देने में भी सक्षम है। पुलिस अधिकारियों को इसके संचालन और इस्तेमाल की विस्तृत जानकारी दी जा चुकी है।

7 मई को 244 जिलों में मॉक ड्रिल

केंद्र सरकार ने पूरे देश के 244 जिलों में 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने के आदेश दिए हैं। इसका उद्देश्य सुरक्षा एजेंसियों, राज्य पुलिस बलों, नागरिक सुरक्षा संगठनों और आम लोगों की तत्परता और प्रतिक्रिया क्षमता का आकलन करना है। इस अभ्यास में स्कूलों, कॉलेजों और स्वयंसेवी संगठनों को भी शामिल किया जाएगा।

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा पर फोकस

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद भारत में सुरक्षा को लेकर सतर्कता चरम पर है। इस हमले के बाद सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर तैयारियों को तेज कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार सेना प्रमुखों और सुरक्षा अधिकारियों के साथ रणनीति की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि भारत "अबकी बार ऐसा जवाब देगा, जो दुश्मन की कल्पना से परे होगा।"

सीमावर्ती इलाकों में युद्ध जैसी तैयारियां

जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में भी तैयारियां तेज़ हैं। स्थानीय लोग भूमिगत बंकरों की सफाई कर रहे हैं और उनमें आवश्यक वस्तुएं जैसे राशन, पानी और कूलर रख रहे हैं। SDRF और अन्य एजेंसियों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में मॉक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, ताकि हवाई या मिसाइल हमले जैसी परिस्थितियों से निपटने का प्रशिक्षण नागरिकों को दिया जा सके।

पाकिस्तान में बढ़ा डर, सामान की जमाखोरी शुरू

भारतीय सैन्य कार्रवाई की आशंका के बीच पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। रिपोर्ट्स के अनुसार पीओके के मुजफ्फराबाद सहित कई क्षेत्रों में लोगों ने आटा-दाल का स्टॉक करना शुरू कर दिया है। एक पाकिस्तानी सांसद शेर अफजल खान मारवात के हवाले से कहा गया कि अगर युद्ध हुआ तो "हम इंग्लैंड भाग जाएंगे।" बता दें कि भारत सुरक्षा के हर मोर्चे पर पूरी तरह सतर्क है। LRAD जैसे हाईटेक सिस्टम की तैनाती और राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल के ज़रिए केंद्र सरकार ने यह संदेश दिया है कि देश किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।