Mob Lynching: कर्नाटक के मंगलुरु में 29 अप्रैल 2025 को एक स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने वाले एक युवक की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस मॉब लिंचिंग की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। कर्नाटक पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह घटना ऐसे समय में हुई, जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है।
मंगलुरु के कुडुपु इलाके में एक स्थानीय क्रिकेट मैच चल रहा था, जब एक अज्ञात व्यक्ति मैदान में घुसा और 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने लगा। यह नारा सुनते ही वहां मौजूद भीड़ भड़क उठी। देखते ही देखते लोगों ने उस व्यक्ति को घेर लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। हालात इतने बिगड़ गए कि युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन इस घटना को मॉब लिंचिंग का मामला मानकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने इस घटना की पुष्टि करते हुए इसे "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" बताया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मॉब लिंचिंग के मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की गहन जांच की जा रही है। परमेश्वर ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा, "दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।" कर्नाटक सरकार में मंत्री दिनेश गुंडू राव ने इस घटना को "क्रूर और शर्मनाक" करार दिया। उन्होंने कहा, "कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। चाहे मृतक ने गलत नारा लगाया हो या नहीं, भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है।"
यह घटना उस समय हुई, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। इस मॉब लिंचिंग की घटना ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। कुछ यूजर्स ने इसे देशभक्ति से जोड़ा और नारा लगाने वाले को "देशद्रोही" करार दिया। वहीं, अन्य यूजर्स ने भीड़ की हिंसा की निंदा की। एक पोस्ट में लिखा गया, "नारा लगाना गलत था, लेकिन क्या किसी को मार डालना जायज है?"