Mahavatar Narsimha: प्रसिद्ध प्रोडक्शन हाउस होम्बाले फिल्म्स की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'महावतार नरसिम्हा' रिलीज के दो हफ्तों बाद भी सिनेमाघरों में जबरदस्त पकड़ बनाए हुए है। 'केजीएफ', 'कांतारा' और 'सलार' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों की सफलता के बाद, महावतार नरसिम्हा भी उसी राह पर चल पड़ी है। फिल्म को लेकर दर्शकों में इतना उत्साह है कि लोग इसे बार-बार देखने जा रहे हैं। खास बात यह है कि फिल्म हर धर्म और समुदाय के दर्शकों को समान रूप से आकर्षित कर रही है।
फिल्म के निर्देशक अश्विन कुमार ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि महावतार नरसिम्हा को लेकर उन्हें देशभर से बेहतरीन प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने खुलासा किया कि मुस्लिम दर्शक भी बड़ी संख्या में फिल्म देखने थिएटर्स पहुंच रहे हैं और उन्होंने इसे "आस्था को मजबूत करने वाली" फिल्म बताया। अश्विन कुमार कहते हैं, "यह फिल्म किसी धर्म परिवर्तन की बात नहीं करती, बल्कि यह बताती है कि विश्वास और श्रद्धा का क्या महत्व होता है। चाहे वह भगवान हो, ब्रह्मांड या कोई ऊर्जा।"
फिल्म की कहानी प्राचीन पौराणिक गाथा पर आधारित है, जो भक्त प्रह्लाद और भगवान विष्णु के उग्र अवतार नरसिंह की कथा को आधुनिक सिनेमाई शैली में प्रस्तुत करती है। फिल्म का निर्देशन, सिनेमाटोग्राफी, वीएफएक्स और भावनात्मक गहराई दर्शकों को खासा प्रभावित कर रहे हैं। धार्मिक तत्वों के साथ-साथ फिल्म की भव्य प्रस्तुति और दमदार अभिनय इसे पूरे भारत में पसंदीदा बना रही है।
फिल्म ने अब तक लगभग 145 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। तीसरे सप्ताह के रविवार तक फिल्म के 50 करोड़ रुपये के अतिरिक्त कलेक्शन की संभावना जताई जा रही है। ट्रेड एनालिस्ट्स के अनुसार, फिल्म लंबे समय तक सिनेमाघरों में टिक सकती है क्योंकि इसे "वर्क ऑफ फेथ एंड सिनेमा" के रूप में सराहा जा रहा है।
अश्विन कुमार मानते हैं कि इस फिल्म की सफलता केवल कमाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दर्शकों के दिलों में "धार्मिकता, ऊर्जा और विश्वास" को नई परिभाषा देने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, "मेरे लिए यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है जिसे मैं सबके साथ साझा करना चाहता था।"