Mahakumbh 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महासमागम महाकुंभ में शनिवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आस्था की डुबकी लगाई। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं कि आज तीर्थराज प्रयाग के संगम में मैंने स्नान किया। मैं स्वयं को बहुत ही कृतज्ञ महसूस कर रहा हूं. इस सनातन आध्यात्मिक एवं विश्व के सबसे बड़े जन समागम का कुशल आयोजन जिस तरीके से हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने किया है, उसके लिए वह साधुवाद के पात्र है, बधाई के पात्र है.
उन्होंने कहा यह भारतीयता और आध्यात्मिकता एवं सांस्कृतिक पर्व है. इसे किसी पंथ, समुदाय या धर्म के साथ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. भारत ही नहीं दुनिया के कोने कोने से लोग यहां आकर आस्था की डुबकी लगाते हैं. किसी को यदि भारत और भारतीयता को समझना है तो आकर इस महाकुंभ को देखे.
स्नान करने के बाद उन्होंने मां गंगा का वैदिक रीति से मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा की पूजा अर्चना किया. जब रक्षामंत्री संगम में आस्था की डुबकी ला रहे थे दूर खड़े श्रद्धालु जय श्री राम, हर हर महादेव का नारा लगा रहे थे. राजनाथ सिंह ने दूर खड़े लोगों को दोनो हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया. स्नान करने के साथ उन्होंने संगम के जल का आचमन भी किया. राजनाथ सिंह सिंह ने अक्षय वट, पातालपुरी, सरस्वती कूप का दर्शन करने के बाद लेटे हनुमान जी की पूजा अर्चना किया। उसके बाद वह अखाड़ों के संतो से मुलाकात किया.
रक्षा मंत्री के आने से पहले आर्मी ने पूरे किला घाट को अपने कब्जे में ले लिया. घाट के किनारे से लेकर पानी के अंदर तक आर्मी के जवानों ने जांच की. अंडर वाटर ड्रोन भी एक्टिव कर दिया गया. पानी के अंदर की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी.