Mahakumbh Traffic jam: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में देश-दुनिया से श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हर दिन करीब 1.44 करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा रहे हैं। इस भारी भीड़ के कारण महाकुंभ जाने वाले हर रास्ते में भीषण जाम लग गया है, जिससे लोगों को एक किलोमीटर आगे बढ़ने में घंटों लग रहे हैं। प्रयागराज के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त कुलदीप सिंह ने बताया कि 2019 के कुंभ में इतनी भीड़ नहीं आई थी। इस बार सामान्य दिनों में ही इतनी अधिक भीड़ आ रही है कि यातायात जाम की स्थिति बनी हुई है।
महाकुंभ में बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने और भारी भीड़ से निपटने के लिए रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने कई नई व्यवस्थाएं की हैं। भारी जाम और परेशानियों के बाद भी महाकुंभ नगर और वाराणसी में लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। वाराणसी में बड़े पैमाने पर आ रही भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने शहर में कई जगह चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया है। बाहरी वाहनों को वाराणसी के बाहर ही रोक दिया जा रहा है।
कई लोग संगम में डुबकी लगाने और मेला घूमने के बाद काशी और अयोध्या जा रहे हैं। प्रयागराज के सहायक पुलिस आयुक्त (यातायात) शैलेंद्र सिंह ने बताया कि महाकुंभ मेले से निकलने वाली ज्यादातर भीड़ काशी और अयोध्या वाले मार्ग की ओर जा रही है।
प्रयागराज स्टेशन के बाहर मौजूद भारी भीड़ की वजह से स्टेशन से बाहर निकलने वाले श्रद्धालुओं को हो रही असुविधा के चलते उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का प्रयागराज संगम स्टेशन 9 फरवरी से 14 फरवरी तक यात्री आवागमन के लिए बंद किया गया है। महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले अन्य आठ स्टेशनों से हालांकि नियमित और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन नियमित रूप से हो रहा है।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की ओर से कई इंतजाम किए जा रहे हैं। कई रास्तों पर चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर नजर रखी जा रही है। कई जगहों पर रूट डायवर्ट किया गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया गया है। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए विशेष दर्शन मार्ग और लाइन लगाई जा रही है। मंदिर प्रशासन के अनुसार प्रतिदिन करीब चार से छह लाख भक्त बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 9 फरवरी तक प्रयागराज महाकुंभ में 43.57 करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। 10 फरवरी को सुबह 10 बजे तक 63 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया है। हर दिन करीब 1.44 करोड़ लोग डुबकी लगा रहे हैं।