Kerala student suicide: केरल के कोच्चि से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। कोच्चि के पास त्रिप्पुनिथुरा में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र मिहिर अहमद ने अपने फ्लैट से नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद अब मिहिर अहमद के परिवार ने केरल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से शिकायत दर्ज कराई है। मृत बच्चे की मां ने कई गंभीर आरोप लगाये हैं।
मिहिर की मां ने आरोप लगाया है कि स्कूल में उसे गंभीर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। परिवार ने यह भी दावा किया कि मिहिर कुछ छात्रों द्वारा क्रूर रैगिंग का भी शिकार हुआ था। घटना 15 जनवरी को त्रिप्पुनिथुरा के च्वाइस पैराडाइज टॉवर में हुई थी। 15 साल का मिहिर फ्लैट की 26वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। वह थिरुवनीयूर ग्लोबल पब्लिक स्कूल का छात्र था। मिहिर की मौत के बाद उसके दोस्तों से सोशल मीडिया चैट के जरिए परिवार को उसके सुसाइड के पीछे का कारण पता चला। मिहिर के परिवार ने ग्लोबल पब्लिक स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि मिहिर को छोटी-छोटी गलतियों के लिए भी अमानवीय सजा दी जाती थी।
'टॉयलेट सीट चटवाई, कमोड में घुसाया सिर'
मिहिर की मां ने बताया कि 'उसके दोस्तों, क्लासमेट्स के साथ बातचीत और सोशल मीडिया मैसेजेज के माध्यम से,हमें सच का पता चला। मिहिर पर क्रूर अत्याचार किये गये थे। स्कूल और स्कूल बस में छात्रों के एक ग्रुप द्वारा रैगिंग की गई, धमकाया गया और शारीरिक हमला किया गया। हमने जो सबूत जुटाए हैं वे एक भयावह तस्वीर पेश करते हैं। उन्होंने कहा कि मिहिर को पीटा गया, वर्बली अब्यूज किया गया और उसके अंतिम दिन भी उसे बुरी तरह से ह्यूमीलिएट किया गया। आरोप है कि उसे जबरन वॉशरूम में ले जाया गया , टॉयलेट सीट चाटने को कहा गया और फ्लश करते समय उसके सिर को टॉयलेट में धकेल दिया गया।
3 महीने पहले ही स्कूल में हुआ था एडमिशन
थ्रिप्पुनिथुरा हिल पैलेस पुलिस ने चॉइस पैराडाइज टॉवर के मालिक रॉबिन जोस और जोस मैथ्यू द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 15 जनवरी को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 194 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। मिहिर की मां ने अपने बेटे की दुखद मौत से पहले की घटनाओं के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि तीन महीने पहले ही ग्लोबल पब्लिक स्कूल थिरुवनीयूर में मिहिर का एडमिशन कराया था। उसकी मौत के बाद, उन्होंने उसके कुछ दोस्तों और सहपाठियों से बात की और उनके सोशल मीडिया अकाउंट से परेशान करने वाली बातचीत का खुलासा किया।
स्कीन कलर का उड़ाते थे मजाक
मिहिर की मां के अनुसार मिहिर को स्कूल और स्कूल बस दोनों में दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा था। उसके साथ पढ़ने वाले बच्चे अक्सर उसकी त्वचा के रंग को लेकर उसका मजाक उड़ाते थे, जिससे वह गहरे तनाव में आ जाता था। आरोप है कि कुछ लड़कों ने सोशल मीडिया पर मिहिर की मौत का जश्न भी मनाया। मिहिर की मौत के बाद उसके कुछ दोस्तों ने “जस्टिस फॉर मिहिर” नाम से एक सोशल मीडिया पेज बनाया। उसके माता-पिता के अनुसार, स्कूल प्रशासन ने उन्हें पेज हटाने के लिए मजबूर किया और मामले को दबाने की कोशिश की गई। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। वहीं मिहिर के माता-पिता अब न्याय की मांग कर रहे हैं।