Chardham Yatra Guidelines: चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। चारधाम में केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री है। हर साल लाखों लोग देश के कोने-कोने से धाम करने आते हैं। बता दें कि इस बार भी लोगों ने दर्शन के लिए रिकॉर्ड तोड़ रजिस्ट्रेशन कराए हैं। चारधाम यात्रा के सभी तीर्थस्थल हिमालयी क्षेत्र में है जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मीटर से भी अधिक है। इस वजह से यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी किया गया है।
इन स्थानों पर यात्रीगण अत्यधिक ठण्ड, कम आर्द्रता, अत्यधिक अल्ट्रा वॉइलेट रेडिएशन, कम हवा का दबाव और कम ऑक्सीजन की मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं, इसलिए समय-समय पर तीर्थ यात्रियों के सुगम एवं सुरक्षित यात्रा हेतु दिशा निर्देश (Health Advisory) जारी किए जाते हैं। जिन्हें सभी को फॉलो करना चाहिए. यात्रा शुरू करने से पहले सभी को योजना बनाना, तैयारी करना, पैकिंग करना काफी जरूरी होता है. इसकी आप एक लिस्ट बना सकते हैं।
55 वर्ष से अधिक आयु के यात्री या जो हृदय रोग, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर या मधुमेह से पीड़ित हैं, वे यात्रा शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श और हेल्थ चेकअप अवश्य कराएं।
ऊनी स्वेटर , थर्मल इनरवियर, पफर जैकेट, दस्ताने, टोपी और मोजे जैसे गर्म कपड़े ज़रूर साथ रखें।
पहले से किसी बीमारी से ग्रसित यात्रियों को सभी जरूरी दवाइयां, मेडिकल रिपोर्ट और डॉक्टर का संपर्क नंबर साथ रखना चाहिए।
यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त करें और उसी के अनुसार कपड़े और अन्य जरूरी सामान पैक करें।
यात्रा के दौरान भीड़-भाड़ से बचें, और अपने साथ यात्रा कर रहे बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है। https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें या 'Yatra' लिखकर व्हाट्सएप नंबर +91 8394833833 पर भेजें।
कृपया अपनी यात्रा से पहले मौसम रिपोर्ट की जांच करें और ध्यान दें कि ठंडे तापमान के लिए आपके पास पर्याप्त गर्म कपड़े हों। अगर आपके डॉक्टर यात्रा न करने की सलाह देते हैं, तो कृपया यात्रा न करें। चारधाम यात्रा धार्मिक आस्था के साथ एक कठिन भौगोलिक और शारीरिक अनुभव भी है। इसलिए इसकी ठोस योजना और तैयारी जरूरी है। उत्तराखंड पर्यटन बोर्ड सभी यात्रियों से अनुरोध करता है कि वे सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण व यादगार यात्रा का अनुभव लें।