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झाड़-फूंक करने वाला तांत्रिक निकला लखपति, 18 लाख से ज्यादा कैश बरामद, बहनों की लड़ाई में खुल गई पोल

DESK: झाड़-फूंक कर इलाज करने वाला तांत्रिक लखपति निकला। जड़ी-बूटियों और ताबीज देकर इलाज करता था जिसके एवज में लोग उसे पैसे देते थे। तांत्रिक के पास लोगों की भारी भीड़ उमड़ती थी। बिना पैसे दिये लोग यहां से नहीं जाते थे। तांत्रिक उन पैसों को बोरे में बंद करके घर में ही रखता था। इस बात की खबर उनकी दो बहनों को छोड़ किसी को नहीं थी। एक दिन तांत्रिक लोगों का इलाज करते करते खुद ही बीमार पड़ गया। तब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

 इधर घर पर दोनों बहने आपस में ही पैसे को लेकर झगड़ने लगी। दोनों को लड़ता देख मकान का मालिक भी उसमें कूद गया। फिर क्या था किसी ने इस बात की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बाबा के घर की तलाशी ली तो बोरे में भरकर रखा नोटों का बंडल और सिक्का बरामद हुआ। पुलिस ने बाबा के घर से 18 लाख से ज्यादा कैश बरामद किया। पुलिस ने कई बोरों में रखे सारे पैसों को अपने कब्जे में ले लिया और इसकी सूचना इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दी। आयकर विभाग के अधिकारी आगे की कार्रवाई में जुटे हैं। 

मामला बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश का है जहां बहेड़ी क्षेत्र के गुरसौली गांव में तांत्रिक सैयद अतर अली रईस अहमद किराए के मकान पर रहकर झाड़ फूंक का काम करता है। लोगों को जड़ी-बूटी और ताबीज देकर इलाज करता है और लोगों से पैसे भी लेता है। सैयद अतर अली की तबीयत अचानक शनिवार को खराब हो गयी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। एक तरफ तांत्रिक का इलाज चल रहा था वही दूसरी ओर घर पर दोनों बहने गुलसफा उर्फ महजबी और कामिल बोरों में बंद पैसे को लेकर झगड़ने लगी। 

दोनों को लड़ने का कारण जब मकान मालिक रईस को पता चला तो वो भी इस लड़ाई में कूद गया और नोटों से  भरे बोरों पर हक जताने लगा। तीनों को झगड़ते देख किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले झगड़ रही दोनों बहनों और मकान मालिक को हिरासत में लेकर थाने भेजा। फिर तांत्रिक सैयद अतर अली के कमरे से पैसों से भरे बोरों को निकाला और उसे गिनने के लिए पुलिस कर्मियों को लगाया गया। 

बोरों से 18 लाख 52 हजार कैश बरामद किया गया। जिसमें से 500, 200, 100, 50, 20 और 10 के नोट निकले। पुलिस ने इस बात की सूचना इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दी। मौके पर पहुंची आयकर विभाग की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है। वही तांत्रिक की दोनों बहनों और मकान मालिक को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।  

लेकिन जब अस्पताल में भर्ती अतहर मियां को इस बात की जानकारी मिली तो वो दौड़ते हुए थाने पर पहुंच गये और नोटों से भरे बोरों की मांग करने लगा। कहने लगा कि यह पैसा उन्हें बतौर नजराना के रूप में मिला है। इस पर उसका हक है। लेकिन पुलिस ने पैसे देने से मना कर दिया। कहा कि इसकी जांच इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कर रही है। आयकर विभाग के अधिकारी आगे की कार्रवाई करेंगे।