नई दिल्ली में हाल ही में कांग्रेस के मंत्रियों की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी आलाकमान ने कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को उनके प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
बैठक के दौरान मंत्रियों को हर महीने अपने-अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौंपने के निर्देश दिए गए। यह रिपोर्ट सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन, जनता को मिलने वाले लाभ और प्रशासनिक कार्यों की प्रगति से जुड़ी होगी। कांग्रेस आलाकमान ने साफ किया कि मंत्रियों को अपने कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करनी होगी।
जनता से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता
बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि सरकार की योजनाएं और विकास कार्य सीधे आम जनता के सरोकार से जुड़े होने चाहिए। पार्टी नेतृत्व ने कहा कि मंत्रियों को जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देनी होगी और उनके समाधान के लिए तत्पर रहना होगा। बैठक में शामिल मंत्रियों ने आलाकमान को भरोसा दिलाया कि वे पूरी गंभीरता के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
नगर निकाय चुनावों पर फोकस
राज्य में जल्द ही होने वाले नगर निकाय चुनावों को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। पार्टी ने फैसला किया कि इन चुनावों में पूरी ताकत झोंकी जाएगी। कांग्रेस नेतृत्व ने जिला कमेटियों से इस संबंध में मंतव्य मांगे हैं। निकाय चुनावों के मद्देनजर एक विशेष समिति गठित की गई है, जो केंद्र को नियमित रिपोर्ट सौंपेगी।
जनता दरबार का आयोजन अनिवार्य
मंत्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे न केवल राज्य मुख्यालय बल्कि जिलों के दौरे के दौरान भी जनता दरबार का आयोजन करें। इसके जरिए वे आम जनता की समस्याओं को सीधे समझ सकेंगे और उनका समाधान निकालने की दिशा में ठोस कदम उठा सकेंगे।
मंत्रियों की कार्यशैली पर संतोष, लेकिन सुधार की जरूरत
कांग्रेस आलाकमान ने मंत्रियों की अब तक की कार्यशैली पर संतोष जताया, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी के कोर एजेंडे को और प्रभावी रूप से आगे बढ़ाने की जरूरत है। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि मंत्रियों को अपने कार्यों के जरिए जनता के बीच कांग्रेस की पकड़ मजबूत करनी होगी और संगठन को और सशक्त बनाने के लिए प्रयास करने होंगे। इस बैठक के बाद साफ हो गया है कि कांग्रेस अपने मंत्रियों से सख्त अनुशासन और बेहतर प्रशासन की अपेक्षा कर रही है। नगर निकाय चुनावों के मद्देनजर पार्टी संगठन और सरकार के बीच तालमेल को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।