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Jharkhand News: गढ़वा में वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर मीटिंग, चैंबर ऑफ कॉमर्स ने किया समर्थन

गढ़वा जिले में वन नेशन, वन इलेक्शन (एक राष्ट्र, एक चुनाव) अभियान को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स ने एक विशेष बैठक आयोजित की। इस बैठक में व्यवसायी वर्ग, राजनीतिक नेताओं और समाजसेवियों ने भाग लिया और इस पहल के महत्व पर चर्चा की। बैठक का आयोजन गढ़वा चैंबर ऑफ कॉमर्स के भवन में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही मौजूद रहे।

व्यवसायियों ने किया समर्थन

बैठक में चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बबलू पटवा ने कहा कि "वन नेशन वन इलेक्शन" एक अच्छी पहल है, जिससे देशभर में एक साथ चुनाव कराए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि अगर चुनावी प्रक्रिया एक साथ होगी, तो इससे समय और संसाधनों की बचत होगी, साथ ही आम जनता को भी सहूलियत मिलेगी।

राष्ट्रपति को भेजेंगे समर्थन पत्र

बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और राष्ट्रपति को समर्थन पत्र भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर पूरे देश में एक साथ चुनाव होंगे, तो देश की जीडीपी में 1.5% की वृद्धि होगी।

चुनावी खर्च में होगी कटौती

बैठक में शामिल व्यापारियों और समाजसेवियों ने इस बात पर जोर दिया कि बार-बार चुनाव कराने से सरकारी संसाधनों और धन की बड़ी मात्रा में बर्बादी होती है। वन नेशन वन इलेक्शन लागू होने से प्रशासनिक कार्यों में गति आएगी और नीति-निर्माण की प्रक्रिया अधिक प्रभावी होगी।

देशभर में चल रही बैठकों का विस्तार

बैठक में यह भी बताया गया कि वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर पहले सिर्फ राजधानी और महानगरों में चर्चाएं हो रही थीं, लेकिन अब इसे जिला स्तर तक लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मुहिम का संदेश दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचाने की रणनीति बनाई जा रही है, जिससे अधिक से अधिक लोग इस विचारधारा से जुड़ सकें।

लोगों से जुड़ने की अपील

इस बैठक के अंत में व्यवसायियों, युवाओं और समाज के अन्य वर्गों से अपील की गई कि वे इस पहल से जुड़ें और देश को चुनावी स्थिरता की ओर ले जाने में योगदान दें। वन नेशन वन इलेक्शन से विकास कार्यों में तेजी आएगी, राजनीतिक स्थिरता बनेगी और प्रशासनिक बाधाएं कम होंगी। गढ़वा में हुई इस बैठक से यह साफ हो गया कि वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर लोगों में जागरूकता और समर्थन तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में इस मुहिम को और व्यापक स्तर पर फैलाने की योजना बनाई जा रही है।