Bihar Election 2025: हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में INDIA गठबंधन से अलग होकर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ सकता है। जेएमएम के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को रांची स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि, बिहार में हमारा अपना संगठन है और हम अपने बूते चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में INDIA गठबंधन द्वारा बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर दो बैठकें आयोजित की गईं, लेकिन झामुमो को इनमें आमंत्रित नहीं किया गया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भट्टाचार्य ने कहा, अगर वे हमें नहीं बुला रहे हैं, तो हम जबरन घुसने भी नहीं जा रहे। हमारी एक स्वतंत्र राजनीतिक पहचान है और हम बिहार में अपनी शक्ति दिखाने को तैयार हैं।
उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा, झारखंड में हमने कांग्रेस और आरजेडी को सम्मान दिया। 2019 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी को महज एक सीट मिली थी, लेकिन हमने उनके इकलौते विधायक को पूरे कार्यकाल में मंत्री बनाए रखा। हमने गठबंधन धर्म निभाया, अब वही धर्म उन्हें बिहार में दिखाना चाहिए।
झामुमो पहले भी बिहार चुनाव में अपने उम्मीदवार उतार चुका है। वर्ष 2010 में चकाई सीट पर पार्टी को जीत मिली थी। इस बार पार्टी ने झारखंड से सटी बिहार की 12 विधानसभा सीटों को चिह्नित किया है जहां वह प्रभावी मानी जाती है। चकाई, तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रुपौली, रामपुर, बनमनखी, जमालपुर और पीरपैंती सीट से जेएमएम अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
पार्टी का मानना है कि इन क्षेत्रों में आदिवासी आबादी अच्छी संख्या में है, और झारखंड में उनके लिए किए गए कार्य, साथ ही आदिवासी हितों की नीतियां, मतदाताओं को आकर्षित करेंगी। झामुमो ने इन सीटों पर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के इस फैसले के बाद महागठबंधन की टेंशन बढ़ती दिख रही है।