DELHI : देश के उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफा के बाद अब राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। धनखड़ 2022 में उपराष्ट्रपति बने थे, 2027 में उनका कार्यकाल खत्म हो रहा था लेकिन आज अचानक से उन्होंने अपने पद से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया।
धनखड़ के इस्तीफा के बाद अब जो नई जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक के संसद के मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही खत्म होने के बाद उन्होंने विपक्षी सांसदों से आज शाम 6:00 बजे मुलाकात की थी। इस मुलाकात के ठीक साढ़े तीन घंटे के भीतर धनखड़ ने उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दिया। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या उपराष्ट्रपति पद से धनगर के इस्तीफा के पीछे कोई सियासी वजह भी है?
धनखड़ के इस्तीफा के बाद विपक्षी सांसदों की तरफ से जो बातें निकलकर आ रही हैं उसके मुताबिक आज शाम 6 बजे जब उनकी मुलाकात उपराष्ट्रपति से हुई तो ऐसा नहीं लगा कि वह अपने पद से इस्तीफा देने वाले हैं। विपक्षी सांसदों के उपराष्ट्रपति के साथ इस मीटिंग के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपने आवास पर विपक्ष के प्रमुख नेताओं के साथ एक बैठक की थी। इस दौरान भी मामला बिल्कुल सामान्य रहा था। उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ ने ऐसे वक्त में इस्तीफा दिया है जब संसद का मानसून सत्र अभी शुरू हुआ है। यह सवाल भी उठना लाजिमी है कि क्या अपने इस्तीफे के पहले उन्होंने सरकार में शामिल प्रमुख लोगों से कोई चर्चा की?