First Bihar Jharkhand

IRCTC Tatkal Ticket: 10 बजते ही वेबसाइट खड़े कर देती है हाथ? कंपनी के फाउंडर ने बताया तत्काल टिकट पाने का सबसे आसान समाधान

IRCTC Tatkal Ticket: भारत में ट्रेन टिकट बुकिंग का सबसे बड़ा ऑनलाइन मंच IRCTC हर दिन लाखों यात्रियों के लिए चुनौती बना हुआ है। खासकर सुबह 10 बजे, जब तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होती है, वेबसाइट और ऐप पर एक साथ लाखों लोग पहुंचते हैं। यह एक ऐसी दौड़ है, जिसमें कुछ ही यात्रियों को टिकट मिल पाता है। बुकिंग शुरू होते ही वेबसाइट हैंग हो जाती है, और 60 सेकंड के भीतर उपलब्ध सीटें वेटलिस्ट में बदल जाती हैं।

एक सर्वे में 73% यात्रियों ने बताया कि तत्काल बुकिंग शुरू होने के एक मिनट के भीतर उनका टिकट वेटलिस्ट में चला गया। इस समस्या पर अब थायरोकेयर के फाउंडर डॉ. ए. वेलुमणि ने तकनीकी समाधान सुझाया है, जो सर्वर लोड को काफी हद तक कम कर सकता है। डॉ. वेलुमणि ने एक वायरल पोस्ट को साझा करते हुए तत्काल बुकिंग को “चौंकाने वाला” और “विश्वासघात” बताया है। पोस्ट में बताया गया कि 10 बजे से पहले सीटें उपलब्ध दिखती हैं, लेकिन जैसे ही बुकिंग शुरू होती है, वेबसाइट हैंग हो जाती है।

10:03 तक सभी सीटें बुक हो जाती हैं और 10:04 पर वेबसाइट फिर से सामान्य हो जाती है। वेलुमणि ने इस अनुभव को अपनी कंपनी थायरोकेयर के सर्वर ओवरलोड की समस्या से जोड़ा है। उन्होंने बताया कि थायरोकेयर ने पीक ट्रैफिक के दौरान यूजर्स की पहुंच को क्रमबद्ध कर इस समस्या का समाधान किया था, बिना महंगे सर्वर खरीदे। वेलुमणि ने सुझाव दिया कि IRCTC को तत्काल बुकिंग की प्रक्रिया को समयबद्ध करना चाहिए।

सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक हर घंटे केवल कुछ चुनिंदा ट्रेनों की बुकिंग खोलने से सर्वर लोड कम हो सकता है। इससे वेबसाइट पर एक साथ लाखों यूजर्स की भीड़ नहीं होगी, और बुकिंग प्रक्रिया सुगम हो सकती है। उन्होंने इस सुझाव को IRCTC के आधिकारिक हैंडल को टैग कर साझा किया है। IRCTC ने जवाब में कहा कि बुकिंग प्रयासों का विवरण साझा न होने से रूट कॉज एनालिसिस करना मुश्किल है, लेकिन वे सिस्टम सुधार के लिए जरुरी कदम उठा रहे हैं। 

अप्रैल-मई 2025 के एक सर्वे में 55,000 यात्रियों ने हिस्सा लिया, जिसमें 18,851 लोगों ने तत्काल बुकिंग का अनुभव साझा किया था। 29% ने कहा कि वे 25% से कम बार सफल हुए हैं और 29% ने कभी टिकट पाया ही नहीं। केवल 10% यात्रियों को हर बार टिकट मिला है। सर्वे में 30% यात्रियों ने बताया कि वे ट्रैवल एजेंट्स की मदद लेते हैं, क्योंकि ऑनलाइन बुकिंग में असफलता मिलती है। कई यूजर्स का यह भी मानना है कि एजेंट्स स्वचालित सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं, जो सामान्य यात्रियों से तेजी से टिकट बुक कर लेते हैं।

बता दें कि IRCTC ने हाल ही में कुछ सुधार किए हैं, जैसे 2.9 लाख संदिग्ध PNR को ब्लॉक करना और 2.5 करोड़ फर्जी यूजर ID को निष्क्रिय करना। 22 मई 2025 को एक मिनट में 31,814 टिकट बुकिंग का रिकॉर्ड भी बनाया गया। बावजूद इसके, तत्काल बुकिंग की समस्या बनी हुई है। वेलुमणि का सुझाव लागू होने पर सर्वर लोड कम हो सकता है, जिससे आम यात्रियों को तत्काल टिकट आसानी से मिल सके।