Swachh Survekshan Awards: केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 के नतीजों की घोषणा गुरुवार को की गई, जिसमें इंदौर ने एक बार फिर बाजी मारते हुए लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव प्राप्त किया। वहीं, सूरत को दूसरा और नवी मुंबई को तीसरा स्थान मिला।
3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में नोएडा ने पहला, चंडीगढ़ ने दूसरा और मैसूर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 50 हजार से 3 लाख की आबादी वाली श्रेणी में नई दिल्ली नगर निगम (NDMC) क्षेत्र सबसे स्वच्छ क्षेत्र घोषित हुआ।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेता शहरों को सम्मानित किया। मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर की ओर से पुरस्कार ग्रहण किया। इस मौके पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहे।
इस बार का फोकस "रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल" की अवधारणा पर रहा। 45 दिनों तक चले मूल्यांकन में 3,000 से अधिक प्रशिक्षित विशेषज्ञों ने देशभर के 11 लाख से अधिक घरों का निरीक्षण किया। स्वच्छता के 54 सूचकांकों और 10 मापदंडों के आधार पर सेवा वितरण और कचरा प्रबंधन की समग्र समीक्षा की गई।
सर्वेक्षण में 14 करोड़ से अधिक नागरिकों ने स्वच्छता ऐप, माईगव पोर्टल, सोशल मीडिया और प्रत्यक्ष संवाद के जरिए भागीदारी निभाई, जो देश में स्वच्छता के प्रति बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है। इस बार स्वच्छता में लगातार बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहरों को बढ़ावा देने के लिए ‘सुपर स्वच्छ लीग’ की शुरुआत की गई है। इसमें वे शहर शामिल हैं जो पिछले तीन वर्षों में किसी न किसी साल शीर्ष तीन में रहे हैं, और इस साल भी अपनी श्रेणी के शीर्ष 20% में बने हुए हैं।