India-Pakistan Conflict: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 28 मई 2025 को अजरबैजान के लाचिन में एक त्रिपक्षीय समिट में सनसनीखेज खुलासा किया कि भारतीय सेना ने 9-10 मई की रात ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों, जिसमें रावलपिंडी का नूर खान एयरबेस भी शामिल है, उन पर हमला कर उनकी योजनाओं को ध्वस्त कर दिया।
शरीफ ने स्वीकार किया कि पाकिस्तानी सेना 10 मई को सुबह 4:30 बजे फज्र की नमाज के बाद भारत पर हमला करने की तैयारी में थी, लेकिन भारत ने उससे पहले ही ऑपरेशन सिंदूर के तहत प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक कर दी। इस हमले ने पाकिस्तान की वायुसेना और रक्षा तंत्र को भारी नुकसान पहुँचाया, जिसके बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को युद्धविराम हुआ।
शरीफ के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने सुखोई-30MKI जेट्स से करीब 15 ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें दागीं, जो पाकिस्तान के 11 प्रमुख सैन्य ठिकानों पर सटीक निशाना बनाकर गिरीं। इनमें रावलपिंडी का नूर खान एयरबेस, रफीकी (शोरकोट), मुरीद (चकवाल), रहीम यार खान, सुक्कुर, चुनियन, स्करदू, भोलारी, जैकोबाबाद, और सरगोधा शामिल थे।
पाकिस्तानी सेना मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर नूर खान एयरबेस में लॉकहीड C-130 हरक्यूलिस और इल्यूशिन Il-78 रिफ्यूलर जैसे महत्वपूर्ण सैन्य विमान तैनात हैं। सैटेलाइट इमेजरी से पता चला कि कम से कम दो सैन्य वाहनों को नुकसान हुआ, और भोलारी एयरबेस पर चार मिसाइलों ने रनवे, हैंगर, और कमांड सेंटर को तबाह कर दिया।
ब्रह्मोस की 2.8-3.0 मच की गति, 450-800 किमी की रेंज, और "फायर एंड फॉरगेट" तकनीक ने पाकिस्तान की चीनी निर्मित HQ-9 वायु रक्षा प्रणालियों को भी चकमा दे दिया। भारत ने यह हमला 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को शुरू हुआ, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और PoK में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था।
9-10 मई की रात को जब पाकिस्तान ने भारत के श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, और अमृतसर जैसे शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की, तो भारत ने S-400 और आकाश रक्षा प्रणालियों से उन्हें नाकाम कर दिया। इसके बाद, भारत ने डमी विमानों और हरॉप कामिकाज़ ड्रोन का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी रडार सिस्टम को उलझाया और ब्रह्मोस, SCALP, और HAMMER मिसाइलों से हमला किया।
अब पाकिस्तानी PM शरीफ ने लाचिन समिट में भारत से कश्मीर, पानी, और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बातचीत की इच्छा फिर से जताई है, जैसा कि उन्होंने 26 मई को ईरान में भी कहा था। उन्होंने कश्मीर को UN प्रस्तावों के अनुसार हल करने की बात की और भारत के सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले की आलोचना की, इसे पाकिस्तान के 24 करोड़ लोगों के लिए "लाइफलाइन" बताया।
उन्होंने दावा किया है कि आतंकवाद से पाकिस्तान को 90,000 लोगों की जान और $150 बिलियन का नुकसान हुआ। शरीफ 25-30 मई तक तुर्की, ईरान, अजरबैजान, और ताजिकिस्तान के दौरे पर हैं। उन्होंने तुर्की और अजरबैजान को "भरोसेमंद दोस्त" बताया, जिन्होंने भारत के साथ तनाव में पाकिस्तान का साथ दिया। आज वे ताजिकिस्तान में ग्लेशियर्स पर एक सम्मेलन में शामिल होंगे।