India International Image: भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को लेकर भी हाल ही में एक लोकप्रिय रिसर्च सेंटर ने 24 देशों में एक सर्वे किया, जिसके नतीजे चौंकाने वाले हैं। इस सर्वे के मुताबिक, दुनिया भर में भारत की छवि को लेकर लोगों की राय मिली-जुली है, लेकिन एक देश ऐसा है जहां भारत के प्रति सबसे ज्यादा प्यार देखने को मिला। यह देश है भारत का प्यारा मित्र इजरायल, इजराइल में 71% लोगों ने भारत के बारे में सकारात्मक राय दी है जो किसी भी अन्य देश से ज्यादा है। यह आंकड़ा भारत की बढ़ती वैश्विक ताकत और सांस्कृतिक आकर्षण को दर्शाता है। केन्या, ब्रिटेन और नाइजीरिया जैसे देशों में भी भारत को खूब पसंद किया जाता है, जहां 60% से ज्यादा लोग भारत के पक्ष में हैं। लेकिन तुर्की और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ देशों में नकारात्मक रुझान भी देखने को मिले हैं।
यह सर्वे जनवरी से अप्रैल 2025 तक हुआ है और इसमें कई रोचक बातें सामने आईं हैं। मसलन, पुरुषों ने महिलाओं की तुलना में भारत के प्रति ज्यादा सकारात्मक रुख दिखाया है। खासकर जापान, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों में। वहीं, उम्र के हिसाब से भी अंतर देखा गया है। ब्रिटेन में 35 साल से कम उम्र के युवा, बुजुर्गों की तुलना में 20% ज्यादा भारत को पसंद करते हैं। यह शायद भारत की जीवंत संस्कृति, बॉलीवुड और तकनीकी प्रगति का जादू है जो युवाओं को ज्यादा आकर्षित करता है। जबकि दक्षिण अफ्रीका में भारत की छवि में जबरदस्त सुधार हुआ है, जहां 2023 के मुकाबले 17% ज्यादा लोगों ने सकारात्मक राय दी है।
केवल यही नहीं राजनीतिक विचारधारा भी भारत के प्रति दूसरे देशों के लोगों के नजरिए को काफी प्रभावित करती है। ऑस्ट्रेलिया और नाइजीरिया में दक्षिणपंथी लोग भारत को ज्यादा पसंद करते हैं, जबकि अमेरिका और मैक्सिको में वामपंथी लोग भारत के प्रति ज्यादा सकारात्मक हैं। यह दिखाता है कि भारत की छवि को लेकर वैश्विक सोच कितनी विविध है। सर्वे से पहले कश्मीर में पर्यटकों पर हुए हमले और अमेरिका के टैरिफ जैसे मुद्दों का असर भविष्य में भारत की छवि पर पड़ सकता है, लेकिन अभी तक तो भारत का जलवा कायम है।
कुल मिलाकर, यह सर्वे बताता है कि भारत की वैश्विक छवि मजबूत और ज्यादातर सकारात्मक है। इजराइल, केन्या और ब्रिटेन जैसे देशों में भारत के प्रति खासा उत्साह है जो भारत की बढ़ती कूटनीतिक ताकत, सांस्कृतिक प्रभाव और आर्थिक प्रगति का प्रतीक है। आने वाले समय में भारत की यह छवि और चमक सकती है, बशर्ते वैश्विक मंच पर सोच समझकर सही कदम उठाए जाएं।