First Bihar Jharkhand

India-England Test Series: बदल गया भारत-इंग्लैंड सीरीज का नाम, अब इन दिग्गजों के नाम पर खेली जाएगी टेस्ट श्रृंखला

India-England Test Series: भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून 2025 से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज अब तेंडुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के नाम से जानी जाएगी। पहले पटौदी ट्रॉफी के नाम से मशहूर इस सीरीज का नाम बदलकर क्रिकेट के दो दिग्गजों, सचिन तेंडुलकर और जेम्स एंडरसन, के सम्मान में रखा गया है। यह सीरीज 2025-27 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) साइकिल की शुरुआत करेगी।

पटौदी ट्रॉफी का नाम इफ्तिखार अली खान पटौदी और उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर था, जिन्होंने भारत और इंग्लैंड दोनों के लिए क्रिकेट खेला। मार्च 2025 में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने पटौदी परिवार को सूचित किया कि वे इस ट्रॉफी को रिटायर करना चाहते हैं। अब तेंडुलकर-एंडरसन ट्रॉफी का अनावरण 20 जून को हेडिंग्ले में पहला टेस्ट शुरू होने से पहले होगा।

सचिन तेंडुलकर टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रनों के साथ सर्वकालिक शीर्ष स्कोरर हैं, जबकि जेम्स एंडरसन 704 विकेट्स के साथ इंग्लैंड के सबसे सफल टेस्ट तेज गेंदबाज हैं। दोनों ने 14 टेस्ट में एक-दूसरे का सामना किया, जिसमें एंडरसन ने तेंडुलकर को नौ बार आउट किया, जो किसी गेंदबाज द्वारा तेंडुलकर के खिलाफ सबसे ज्यादा है।

सीरीज का शेड्यूल

पहला टेस्ट: 20-24 जून, हेडिंग्ले, लीड्स  

दूसरा टेस्ट: 2-6 जुलाई, एजबेस्टन, बर्मिंघम  

तीसरा टेस्ट: 10-14 जुलाई, लॉर्ड्स, लंदन  

चौथा टेस्ट: 23-27 जुलाई, ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर  

पांचवां टेस्ट: 31 जुलाई-4 अगस्त, द ओवल, लंदन

भारतीय टीम

शुभमन गिल (कप्तान) और ऋषभ पंत (उप-कप्तान) की अगुवाई में भारतीय टीम में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, करुण नायर, जसप्रीत बुमराह, और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। रोहित शर्मा (4,301 रन, 67 टेस्ट) और विराट कोहली (9,230 रन, 123 टेस्ट) की अनुपस्थिति के कारण बल्लेबाजी इकाई पर दबाव जरूर होगा।

गिल, जिन्होंने 32 टेस्ट में 1,893 रन बनाए हैं, उन्हें इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में नेतृत्व और बल्लेबाजी दोनों में ही खुद को साबित करना होगा। भारत ने 2007 के बाद से इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है, और यह सीरीज गिल के लिए नया इतिहास रचने का मौका है।  

इधर पटौदी ट्रॉफी को रिटायर करने के ECB के फैसले की पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने आलोचना की थी। उन्होंने इसे पटौदी परिवार के योगदान के प्रति असंवेदनशीलता बताया। हालांकि, नई ट्रॉफी का नाम तेंडुलकर और एंडरसन जैसे आधुनिक दिग्गजों के नाम पर रखा जाना दोनों देशों के क्रिकेट इतिहास को सम्मान देने का ही प्रयास है।