INDvsENG: भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में इतिहास रच दिया है। गिल ने पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रन बनाकर कुल 430 रन जोड़े, जिसके साथ उन्होंने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। पहला नॉन-ओपनर के तौर पर एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड, जो पहले श्रीलंका के कुमार संगाकारा (424 रन, 2014) के नाम था। दूसरा नंबर-4 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड, जिसे 51 साल बाद गिल ने ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल (380 रन, 1974) से छीना है।
गिल की बल्लेबाजी ने भारत को मैच में मजबूत स्थिति में ला दिया है। भारत ने इस टेस्ट में कुल 1014 रन बनाए, जो भारतीय टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ है। इससे पहले भारत का एक मैच में सर्वाधिक स्कोर 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 916 रन था। भारत इस उपलब्धि के साथ एक टेस्ट में 1000+ रन बनाने वाली दुनिया की पांचवीं टीम बन गई है। इंग्लैंड (1121 रन, 1930) इस लिस्ट में शीर्ष पर है, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने दो बार यह कारनामा किया है।
गिल के नेतृत्व में भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड की कठिन परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन किया है। पहली पारी में गिल के 269 रनों ने भारत को 587 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया, जो किसी भारतीय कप्तान का सर्वोच्च टेस्ट स्कोर है। दूसरी पारी में 161 रनों की पारी के साथ भारत ने 427/6 पर पारी घोषित कर इंग्लैंड को 608 रनों का विश्व रिकॉर्ड लक्ष्य दिया। गिल एक टेस्ट में दो 150+ स्कोर बनाने वाले भी पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
इस मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 536 रनों की और जरूरत है, जबकि भारत को सात विकेट चाहिए। अगर भारत यह मैच जीत लेता है, तो यह एजबेस्टन में 58 साल बाद पहली टेस्ट जीत होगी। गिल की कप्तानी और बल्लेबाजी ने न केवल रिकॉर्ड बुक को फिर से लिखा है, बल्कि युवा भारतीय टीम की ताकत को भी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है। प्रशंसकों को उम्मीद है कि गिल की यह फॉर्म सीरीज के बाकी मैचों में भी ऐसे ही जारी रहेगी।