INDvsENG: इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने शानदार प्रदर्शन के साथ इतिहास रच दिया है। लंदन के केनिंगटन ओवल में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट के तीसरे दिन जडेजा ने 77 गेंदों में 53 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें पांच चौके शामिल थे। इस पारी के साथ उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण का 23 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा और वेस्टइंडीज के दिग्गज गैरी सोबर्स के साथ कई अन्य रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। जडेजा ने इस सीरीज में नंबर 6 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए 10 पारियों में 86.00 की औसत से 516 रन बनाए, जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं।
जडेजा ने नंबर 6 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। उन्होंने 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वीवीएस लक्ष्मण के 474 रनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा है। इस सूची में जडेजा अब शीर्ष पर हैं, जबकि रवि शास्त्री (1984/85 में 374 रन) और ऋषभ पंत (2018/19 में 350 रन) क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। जडेजा की 516 रनों की उपलब्धि उन्हें नंबर-6 पर बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाजों में विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर ले जाती है, केवल गैरी सोबर्स (722 रन) और वसीम राजा (517 रन) से ही वह पीछे हैं।
जडेजा ने इंग्लैंड में नंबर 6 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा 50+ स्कोर का रिकॉर्ड गैरी सोबर्स के साथ साझा किया। इस सीरीज में उन्होंने छह 50+ स्कोर (एक शतक, पांच अर्धशतक) बनाए जो सोबर्स के 1966 के रिकॉर्ड को पार करता है। वह इंग्लैंड में 1,041 रन बनाने वाले दूसरे विदेशी बल्लेबाज भी बन गए हैं। वह नंबर 6 या नीचे बल्लेबाजी करते हुए सोबर्स (1,097 रन) के बाद दूसरे स्थान पर आ गए हैं।
जडेजा ने इस सीरीज में छह 50+ स्कोर बनाकर सुनील गावस्कर (1979), विराट कोहली (2018) और ऋषभ पंत (2025) को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में पांच 50+ स्कोर बनाए थे। इसके अलावा वह इंग्लैंड में कुल 50+ स्कोर के मामले में सचिन तेंदुलकर (12 पारियां) के बाद गुंडप्पा विश्वनाथ, सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ (10-10 पारियां) के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं।
जडेजा ने इस सीरीज की दूसरी पारियों में केवल एक बार आउट होने के साथ 315 की औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने लीड्स में 25, बर्मिंघम में 69, लॉर्ड्स में 61, मैनचेस्टर में नाबाद 107 और ओवल में 53 रन बनाए। यह प्रदर्शन उन्हें एक टेस्ट सीरीज की दूसरी पारी में सबसे ज्यादा औसत से रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में सुनील गावस्कर (1970 में 468) के बाद दूसरे स्थान पर ले जाता है, उन्होंने इस दौरान जिम्बाब्वे के एंडी फ्लावर (2000 में 302) को भी पीछे छोड़ा है।
जडेजा ने इस सीरीज में न केवल बल्ले से, बल्कि गेंद से भी योगदान दिया है। उन्होंने 7 विकेट लिए, जिसमें मैनचेस्टर टेस्ट में 4/143 का प्रदर्शन शामिल है। उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता और दबाव में प्रदर्शन ने उन्हें विश्व नंबर 1 टेस्ट ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया है। मैनचेस्टर में उनके नाबाद 107 और वाशिंगटन सुंदर के साथ 203 रनों की अटूट साझेदारी ने भारत को चौथे टेस्ट में हार से भी बचाया।