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INDvsENG: 5वें टेस्ट से पहले भारतीय फैंस के लिए बुरी खबर, इस वजह से टीम से बाहर हुए जसप्रीत बुमराह

INDvsENG: भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का पांचवां और अंतिम टेस्ट 31 जुलाई से लंदन के द ओवल में शुरू होगा। भारत सीरीज में 1-2 से पीछे है और सीरीज को 2-2 से बराबर करने के लिए यह मैच जीतना बड़ा ही जरूरी है। इस वजह से भारत को बड़ा झटका लगा है क्योंकि स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस निर्णायक मैच में नहीं खेलेंगे। बीसीसीआई मेडिकल टीम ने उनकी पीठ की सुरक्षा और दीर्घकालिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए उन्हें आराम देने का फैसला लिया है। बुमराह ने इस सीरीज में तीन टेस्ट (हेडिंग्ले, लॉर्ड्स, और मैनचेस्टर) में 14 विकेट लिए, जिसमें दो बार पांच विकेट शामिल हैं।

सीरीज से पहले बीसीसीआई, टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं ने तय किया था कि बुमराह केवल तीन टेस्ट खेलेंगे क्योंकि उनकी पीठ की चोट का इतिहास लंबा रहा है (मार्च 2023 में सर्जरी और जनवरी 2025 में सिडनी टेस्ट में चोट)। मैनचेस्टर टेस्ट में बुमराह ने 33 ओवर फेंके थे जो उनके करियर का दूसरा सबसे लंबा स्पेल था। जिसमें उन्होंने 112 रन देकर दो विकेट लिए। उनकी गति 140 किमी/घंटा से ऊपर केवल 0.5% गेंदों पर ही रही जो उनकी थकान और कार्यभार का सीधा संकेत देती हैं। बीसीसीआई ने उनकी जगह आकाश दीप को मौका देने का फैसला लिया है, जो ग्रोइन चोट से उबर चुके हैं और एजबेस्टन टेस्ट में 10 विकेट भी ले चुके हैं। अर्शदीप सिंह भी चोट से उबरकर इस मैच के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। जबकि मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाजी का नेतृत्व करेंगे।

उधर चौथे टेस्ट में ड्रॉ के बाद कोच गौतम गंभीर ने कहा था कि सभी तेज गेंदबाज फिट हैं, जिससे बुमराह के खेलने की उम्मीद बढ़ी थी। हालांकि, ओवल की पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ होने के बावजूद बीसीसीआई ने बुमराह के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी। ऋषभ पंत की अनुपस्थिति के कारण ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग करेंगे। भारत संभवतः रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के साथ दो स्पिनरों और सिराज, आकाश दीप, अर्शदीप और शार्दूल ठाकुर के साथ चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरेगा।

बुमराह का न खेलना भारत के लिए नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि वह सीरीज में संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। बीसीसीआई का यह फैसला बुमराह को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 और भविष्य के दौरे के लिए फिट रखने की रणनीति का हिस्सा है। भारत को अब युवा गेंदबाजों पर भरोसा करना होगा ताकि ओवल में जीत हासिल कर टीम सीरीज को ड्रॉ कर सके।